देश में कोरोना महामारी की रफ्तार में नहीं आई कमी

0-एक दिन में आए 15477 नए मरीज, 378 की मौत
नई दिल्ली,19 जून (आरएनएस)। भारत में एक दिन में कोविड-19 के सबसे अधिक 15,477 मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 3,82,423 हो गए। वहीं 378 और लोगों की जान जाने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 12,615 हो गई है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे अद्यतन किए आंकड़ों के अनुसार कोरोना वायरस से ठीक होने वालों की संख्या 2,05,841 गई है जबकि 1,63,918 लोगों का इलाज जारी है। देश में मरीजों के ठीक होने की दर करीब 54 प्रतिशत है। भारत में लगातार आठवें दिन 10 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं। वहीं लगातार दसवें दिन ठीक होने वाले मरीजों की संख्या (204,710) सक्रिय मामलों (163,248) की तुलना में अधिक रही। अब तक इस बीमारी के संपर्क में आए अधिकतर मरीज ठीक हो चुके हैं। महाराष्ट्र इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित होने वाला राज्य है, जहां मरीजों का आंकड़ा सवा लाख के करीब पहुंचने वाला है। महाराष्ट्र में कुल 1,20,504 मामले हैं, जिनमें से 5,751 मरीजों की मौत हो चुकी है। बीते 24 घंटे में 100 हताहतों के साथ महाराष्ट्र से अकेले 3,752 नए मामले सामने आए हैं। आंकडों के अनुसार शुक्रवार शाम सात बजे तक जिन 378 लोगों की जान गई, उनमें से सबसे अधिक 100 लोग महाराष्ट्र के और उसके बाद दिल्ली के 65, तमिलनाडु के 49, गुजरात के 31, उत्तर प्रदेश के 30, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल के 12-12, राजस्थान के 10, जम्मू-कश्मीर के छह, पंजाब के पांच, हरियाणा और मध्य प्रदेश के चार-चार, तेलंगाना के तीन, आंध्र प्रदेश के दो और असम, झारखंड तथा केरल के एक-एक व्यक्ति शामिल है। तमिलनाडु और दिल्ली इस सूची में क्रमश: दूसरे व तीसरे पायदान पर हैं। तमिलनाडु में 2,141 नए मामलों के साथ यहां संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 52,334 तक पहुंच गया है। वहीं राष्ट्रीय राजधानी में 49,979 मामलों की पुष्टि की गई है। बीते 24 घंटे में 2,877 नए मामले सामने आए हैं और कुल 1,969 मौतें हुई हैं
कोरोना वायरस की रिकार्ड बढ़ोतरी
देश में कोरोना वायरस की बढ़ोतरी की रफ्तार अब धीमी पड़ रही है। वायरस की वृद्धि दर में रिकॉर्ड 21 फीसदी गिरावट का दावा दो दिन से चल रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, मार्च के दूसरे सप्ताह में कोरोना वायरस के मामले तेजी से सामने आ रहे थे। लॉकडाउन से ठीक दो दिन पहले तक संक्रमण की वृद्घि दर 24 फीसदी से भी ज्यादा थी। लेकिन अब इसमें 21 फीसदी की गिरावट आ चुकी है, जो संक्रमण के फैलाव के लिहाज से एक बड़ी कामयाबी बताई जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने पब्लिक हेल्थ फांउडेशन ऑफ इंडिया, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय और भारतीय सांख्यिकी संस्थान के अध्ययनों का हवाला देते हुए यह भी बताया कि लॉकडाउन लागू नहीं होता तो देश में 14 से 29 लाख तक केस देखने को मिल सकते थे। साथ ही अब तक 37 से 78 हजार के बीच मौत हो चुकी होतीं। इन्हीं अध्ययनों के आधार पर कुछ समय पहले नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने भी सार्वजनिक करते हुए लॉकडाउन की सफलता के बारे में जानकारी दी थी।
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