कोरोना की देश में हुई 22 लाख से अधिक नमूनों की जांच: हर्षवर्धन
0-सामाजिक दूरी ही सोशल वैक्सीन का काम करेगी
नई दिल्ली,18 मई (आरएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्ष वर्धन ने कहा है कि वर्तमान परिस्थितियों में कोविड-19 से मुकाबला करने के लिए समुचित शारीरिक दूरी और व्यावहारिक शिष्टाचार सबसे बड़ी सोशल वैक्सीन है।
उन्होंने कहा कि देश बेहतर स्थिति में हैं और हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में शुरूआती उपाय और जोरदार नीति एवं दृढता के साथ उत्साहजनक परिणाम दिखाए हैं। पिछले 14 दिन में कोविड मामलों के दोगुना होने की दर 11.5 प्रतिशत दिन थी वह सुधर कर पिछले 3 दिनों में 13.6 दिन हो गई है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देश में कोविड की मृत्यु दर 3.1 प्रतिशत है और रिकवरी दर में 38.29 प्रतिशत तक का सुधार हुआ है। डा. हर्ष वर्धन ने बताया कि देश में कोविड-19 की जांच क्षमता में वृद्धि होकर प्रतिदिन एक लाख हो गई है और 373 सरकारी एवं 152 निजी प्रयोगशालाओं के द्वारा अब तक 22,79,324 जांच की जा चुकी है। कल एक ही दिन में 90,094 नमूनों की जांच की गई है। देश में स्वास्थ्य ढ़ाचे की चर्चा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कोविड-19 के प्रबंधन और मुकाबला करने के लिए देश में 1,80,473 बिस्तरों की सुविधा के साथ कोविड के 919 विशेष अस्पताल हैं। इसी प्रकार 1,28,304 बिस्तरों के साथ 2,044 विशेष कोविड स्वास्थ्य केंद्र तथा 9,536 क्वारंनटाइन सेंटर और 5,64,632 बिस्तरों की सुविधा के साथ 6,309 कोविड केयर सेंटर उपलब्ध हैं जिनमें आईसीयू, आइसोलेशन बिस्तर आदि सभी सुविधाएं है। केंद्र सरकार ने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों तथा केंद्रीय संस्थानों को 90.22 लाख एन-95 मास्क और 53.98 लाख पीपीई किट उपलब्ध करवाए है।
डा. हर्ष वर्धन ने कहा कि देश सामान्य स्थिति में लौटने की दिशा में आगे बढ़ रहा है और कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए लोगों को शारीरिक स्वच्छता के सामान्य उपाय जैसे 20 सेकेंड़ तक साबुन से अथवा एलकोहल युक्त सेंनिटाइजर से हाथ धोना, सार्वजनिक स्थलों पर नहीं थूकना, कार्यस्थलों और लगातार छुई जाने वाली सतहों जैसे टेबल आदि को सेनिटाइज करना, हमेशा सार्वजनिक स्थानों पर फेस कवर उपयोग करना आदि की सलाह दी जा रही है। साथ ही खुद की श्वसन क्रिया को भी सामान्य बनाए रखने पर जोर दिया जा रहा है। डा. हर्ष वर्धन ने कहा कि वर्तमान समय में शारीरिक दूरी और व्यावहारिक शिष्टाचार से बढ़कर और कोई बड़ी सोशल वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। उन्होंने सुझाव दिया कि एक दूसरे के साथ संपर्क के समय दो गज की दूरी के सिद्धांत को सुनिश्चित किया जाए। वहीं सामाजिक और अन्य समारोह में एकत्रित होने के बजाय वर्चुअल मीटिंग को चुनना सबसे बेहतर विकल्प है। उन्होंने यह सलाह भी दी कि जब तक अति आवश्यक नहीं हो तब तक यात्रा नहीं की जाए और संक्रमण से बचने के लिए भीड़ भाड़ के स्थानों से बचा जाए।
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