30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढऩे के आसार

0-पीएम के साथ हुई बैठक में सभी सीएम ने की लॉकडाउन बढ़ाने की मांग
0-आज या कल राष्ट्र के नाम संदेश में पीएम करेंगे घोषणा
नई दिल्ली,11 अपै्रल (आरएनएस)। कोरोना से निपटने के लिए 14 अप्रैल तक लगाए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जाएगी। संभवत: लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया जाएगा। शनिवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी के साथ हुई बैठक में सभी राज्यों के सीएम ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की मांग की है। अब पीएम खुद रविवार या सोमवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में इस आशय की घोषणा करेंगे।
करीब तीन घंटे चली इस बैठक में सभी मुख्यमंत्रियोंं ने लॉकडाउन बढ़ाने का सुझाव दिया। सभी मुख्यमंत्रियों ने अंतर्राज्यीय सीमाएं सील रखने, हवाई और रेल यातायात को भी फिलहाल स्थगित करने का सुझाव दिया है। इस दौरान पीएम ने भी दो हफ्ते लॉकडाउन बढ़ाने के संकेत दिए। बैठक के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लॉकडाउन बढ़ाने के लिए पीएम को धन्यवाद भी दिया। गौरतलब है कि इससे पहले पीएम ने विभिन्न दलों के संसदीय दलों के नेताओं के साथ बैठक में भी लॉकडाउन को बढ़ाने का संकेत दिया था।
बैठक में पीएम ने कहा कि कोरोना महामारी से जारी जंग में मैं चौबीसों घंटे और सातों दिन उपलब्ध हूं। मुख्यमंत्री कभी भी मुझसे बात कर सकते हैं। मैं हमेशा उपलब्ध हूं। मुझसे कभी भी बात कर सकते हैं। कभी भी सुझाव दे सकते हैं। सभी को कंधे से कंधा मिला कर खड़े होना है। हम एकजुट हो कर इस चुनौती से हर हाल में पार पाएंगे।
कृषि-उद्योग क्षेत्र को राहत संभव
मंदी के कारण बुरी मार का सामना कर रहे उद्योग क्षेत्र और फसल कटाई के कारण कृषि क्षेत्र को लॉकडाउन की बढ़ी अवधि में राहत मिलने के आसार हैं। इसमें उद्योग क्षेत्र से जुड़े कुछ इकाईयोंं को सामाजिक दूरी की कड़ी शर्त मानने की स्थिति में राहत दी जाएगी। इसके अलावा किसानों को फसलों की कटाई के लिए लॉकडाउन से राहत दी जाएगी। हालांकि चर्चा यह भी है कि सामाजिक दूरी की शर्त पर घरेलू हवाई यातायात सेवा को सीमित स्तर पर छूट दी जा सकती है। इसी प्रकार रेल यातायात को भी सीमित स्तर पर छूट दी जा सकती है।
राज्योंं ने मांगे पैकेज
बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल, पंजाब, राजस्थान सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने कोरोना से निपटने के लिए विशेष आर्थिक पैकेज की मांग की। इस दौरान पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने असंगठित क्षेत्र के कामगारोंं की बढ़ रही मुश्किलों के मद्देनजर इस क्षेत्र के लिए भी पैकेज की मांग की। उन्होंने विभिन्न महानगरों में रह रहे प्रवासी मजदूरों को राहत देने के लिए भी विशेष रणनीति बनाए जाने की वकालत की।
किस सीएम ने क्या कहा
योगी आदित्यनाथ-वर्तमान परिस्थितियों में लॉकडाउन को बढ़ाने की जरूरत है। लॉकडाउन के फैसले के कारण भारत दुनिया के अन्य देशों की तुलना में कोरोना संक्रमण की मार से कम पीडि़त है। इस वायरस की जानकारी देने के लिए बनाया गया आरोग्य सेतु एप के कारण लोगों में जागरुकता आई है।
अरविंद केजरीवाल-लॉकडाउन कम से कम 30 अप्रैल तक बढ़ाया जाए। यह फैसला राष्ट्रीय स्तर पर हो। राज्य स्तर पर फैसले के कारण यह पूर्ण रूप से प्रभावी नहीं होगा। किसी भी सूरत में यातायात के किसी भी माध्यम को शुरू नहीं किया जाना चाहिए।
ममता बनर्जी-लॉकडाउन बढ़ाया जाना चाहिए, मगर इस दौरान मानवीय और व्यवहारिक आधार पर भी कुछ फैसले लिए जाने चाहिए। हॉटस्पॉट और क्लस्टर की सीलिंग बेहतर कदम है। इसके कारण राज्योंं को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। इसकी भरपाई के लिए केंद्र को पैकेज की व्यवस्था करनी चाहिए।
कैप्टन अमरिंदर-लॉकडाउन कम से कम दो हफ्ता बढऩा चाहिए। इस दौरान कृषि और उद्योग को राहत देने के लिए विशेष रियायत देने की जरूरत है।
अशोक गहलोत-पीएम ने सही समय पर लॉकडाउन की घोषणा की। इसका व्यापक असर पड़ा। अब केंद्र सरकार को रबी की फसल के संदर्भ में राज्यों से बात तक साझा नीति बनानी चाहिए।
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