केरल में हिंदूवादी संगठनों की हड़ताल, हिंसा में 1 की मौत
तिरुवनंतपुरम ,03 जनवरी (आरएनएस)। सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को दो महिलाओं ने सुबह मंदिर के गर्भग्रह तक पहुंचकर भगवान अयप्पा के दर्शन कर सालों से चली आ रही प्रथा को तोड़ डाला। इस एंट्री के खिलाफ कई संगठनों की राज्यव्यापी हड़ताल का जबरदस्त असर दिख रहा है। सड़कों पर सन्नाटा है और बसें ठप हैं। मंदिर में दो महिलाओं की एंट्री को लेकर बुधवार को विरोध-प्रदर्शन के दौरान एक शख्स जख्मी हो गया था, आज उसने दम तोड़ दिया। विभिन्न हिंदूवादी संगठनों के समूह सबरीमाला कर्म समिति ने हड़ताल बुलाई है। बीजेपी भी हड़ताल का समर्थन कर रही है, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ काला दिवस मना रहा है।
बता दें कि पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र वर्ग के महिलाओं की एंट्री की इजाजत दे दी थी। हालांकि, इस फैसले के बाद अभी तक कोई प्रतिबंधित उम्र की महिलाएं मंदिर में अयप्पा के दर्शन नहीं कर पाई थीं। बुधवार को कनकदुर्गा और बिंदू ने दावा किया कि वे अयप्पा के दर्शन करने में सफल रहीं। इस खबर के बाद राज्य में जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया।