कलियुग में वायरस से हम लड़ नहीं सकते: सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली,19 मार्च (आरएनएस)। उच्चतम न्यायालय के एक न्यायाधीश अरुण मिश्रा ने देश में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस पर चिंता जताते हुए बुधवार को कहा कि कलियुग में वायरस से हम लड़ नहीं सकते। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक हथियार तो हम बना सकते हैं लेकिन वायरस से नहीं लड़ सकते।
न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि हर 100 साल में इस तरह की महामारी फैलती है। न्यायमूर्ति मिश्रा ने कहा कि इंसान की हैसियत इन वायरस के सामने बौनी पड़ जाती है। आप हथियार तो बना सकते हैं लेकिन इस जानलेवा वायरस से नहीं लड़ सकते हैं। उन्होंने एक सुनवाई के दौरान अदालत में वकीलों की भीड़ को लेकर यह टिप्पणी की।
टीका विकसित करने की जरूरतों पर बैठक
कोविड-19 का टीका विकसित करने के तहत अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) की जरूरतों के मद्दनेजर नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने बुधवार को सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन के साथ बैठक की। चीन में दिसंबर में फैले इस वायरस ने दुनियाभर के 155 देशों को चपेट में ले लिया है और करीब दो लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं, जबकि आठ हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। नीति आयोग ने एक ट्वीट में कहा कि उसके सदस्य डॉ वीके पॉल ने सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के साथ कोविड-19 का टीका विकसित करने के लिए आरएंडडी की आवश्यकताओं के मद्दनेजर बैठक की अध्यक्षता की। इसमें कहा गया कि बैठक में जैव प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद समेत अन्य विभागों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार चार नए मामले प्रकाश में आने के बाद बुधवार तक देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले 151 तक पहुंच गए।
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