सीजीएचएस सेवाओं का विस्तार 100 शहरों में किया जाएगा: डॉ. हर्षवर्धन
नईदिल्ली ,19 दिसंबर (आरएनएस)। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि सीजीएचएस सेवाओं का विस्तार अब 100 शहरों में किया जाएगा। डॉ. हर्षवर्धन ने पश्चिम दिल्ली के सांसद प्रवेश साहेब सिंह वर्मा की उपस्थिति में विकासपुरी, नई दिल्ली में सीजीएचएस की एक नई डिस्पेंसरी का उद्घाटन करते हुए यह बात कही। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्तमान में यह योजना 329 एलोपैथिक स्वास्थ्य केन्द्रों और 86 आयुष केन्द्रों के जरिए 72 शहरों में चल रही है। इस सेवा का 12.09 लाख प्राथमिक कार्डधारक और 35.72 लाख लाभार्थी लाभ उठाते हैं, जिनमें से 17 लाख लाभार्थी दिल्ली/एनसीआर के 2.5 लाख से अधिक लाभार्थी 75 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं। करीब 58 प्रतिशत सीजीएचएस लाभार्थी एक वर्ष में कम से कम एक बार सीजीएचएस सुविधाओं का लाभ उठाते है।
उन्होंने कहा कि 2014 के बाद 72 शहरों में सीजीएचएस तंदुरूस्ती केन्द्रों की संख्या पूर्व की संख्या 30 से बढ़ायी गई है, जिससे पता लगता है कि सरकार कर्मचारियों के स्वास्थ्य और उनकी तंदुरूस्ती के लिए विशेष रूप से प्रतिबद्ध है। जल्दी ही सीजीएचएस का विस्तार इटानगर, कन्नूर और कोझीकोड़ शहरों में भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हाल ही में मंत्रालय विभिन्न साझेदारों को लाभार्थियों और अन्य से प्राप्त जानकारियों और सुझावों को काम में लाया है, ताकि सीजीएचएस केन्द्रों के जरिये स्वास्थ्य सेवाएं देने के काम में सुधार लाया जा सके। 80 वर्ष की आयु से अधिक लाभार्थियों के लिए सीजीएचएस केन्द्रों के डॉक्टर महीने में कम से कम एक बार उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ करते हैं/यदि 5 किलोमीटर के दायरे में रहते हों, तो घर में जाकर देखते हैं।
उन्होंने कहा कि यह स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार की प्रतिबद्धता की झलक है कि एम्स की संख्या अब बढ़कर 21 हो गई हैं। इस समय 6 एम्स कार्य चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि 157 मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की दिशा में कार्य प्रगति पर है। ये मुख्यत: देश के आकांक्षापूर्ण जिलों में स्थापित किये जा रहे हैं, ताकि इन क्षेत्रों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा सकें और उन्हें लंबी दूरी तय करके नहीं जाना पड़े। डॉ. हर्षवर्धन ने सरकार के ‘ईट राइट इंडियाÓ और ‘फिट इंडियाÓ अभियानों की चर्चा की। जिनका उद्देश्य बीमारी की रोकथाम और सकारात्मक स्वास्थ्य की तरफ ध्यान देना है, जो आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती केन्द्रों का आधार है। उन्होंने कहा कि ये दुखद है कि दिल्ली के लोग आयुष्मान भारत पीएमजेएवाई के अंतर्गत बहुमूल्य तृतीय स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हैं, जिससे पैनल वाले 19,000 से अधिक अस्पतालों के जरिए देश के विभिन्न भागों के 69 लाख से अधिक लोगों को लाभ मिला है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि पीएमजेएवाई की अनुपस्थिति में जरूरतमंद और गरीब लोगों ने इससे पहले इतनी बेहतर स्वास्थ्य सेवा की कल्पना भी नहीं की थी।
केन्द्र सरकार स्वास्थ्य सेवा योजना (सीजीएचएस) केन्द्र सरकार के कार्यरत/सेवानिवृत्त कर्मचारियों और उनके परिवार के आश्रित सदस्यों के लिए अंशदायी स्वास्थ्य सेवा है। इस योजना की शुरूआत दिल्ली में 1954 में की गई थी। यह लाभार्थियों को समग्र स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करती है, जिसमें सीजीएचएस के चिकित्सा अधिकारियों और विशेषज्ञों से ओपीडी परामर्श, औषधि, सरकारी और पैनल वाले निजी अस्पतालों में जांच, विशेषज्ञों से परामर्श तथा सरकारी और पैनल वाले निजी अस्पताल में भर्ती होकर इलाज की सुविधा है।
इस अवसर पर विशेष सचिव (स्वास्थ्य) संजीव कुमार, संयुक्त सचिव (स्वास्थ्य) आलोक सक्सेना के साथ मंत्रालय और सीजीएचएस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
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