नायडू ने की संसद में महिला आरक्षण से राजनीतिक सशक्तिकरण की वकालत
नई दिल्ली,11 नवंबर (आरएनएस)। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को संसद और राज्य विधानमंडलों में महिलाओं के लिए समुचित आरक्षण मुहैया करा कर उनके राजनीतिक सशक्तिकरण की हिमायत की।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के तीसरे दीक्षांत समारोह में उन्होंने इस तथ्य पर खुशी जतायी कि महिलाओं के लिए विशेष दाखिला नीति के कारण संस्थान में कुल विद्यार्थियों में 51 प्रतिशत छात्राएं हैं और अधिकतर छात्र-छात्राएं दूरदराज के इलाकों के और वंचित वर्ग से हैं। नायडू ने कहा कि वह संसद और राज्य विधानमंडलों में महिलाओं के लिए समुचित आरक्षण मुहैया कराकर उनके राजनीतिक सशक्तिकरण पर भी जोर देना चाहेंगे। उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत के लिए शिक्षा के वैश्विक केंद्र के रूप में फिर से उभरने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमारे विश्वविद्यालयों और शिक्षा के उच्चतर संस्थानों को अध्यापन के तरीकों की नयी दिशा तथा अनुसंधान पर और ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। भारतीय सभ्यता में शिक्षा की समग्र एकीकृत दृष्टि पर हमेशा जोर दिया गया है। हमें सीखने के लिए इस बहु-विषयक दृष्टिकोण को वापस लाना होगा। दीक्षांत समारोह के दौरान ही कार्यक्रम के आयोजन स्थल अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) सभागार के सामने सैकड़ों छात्र जमा हो गए। ये छात्र जेएनयू में शुल्क बढ़ाने आदि को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। सुबह शुरू हुए प्रदर्शन के बाद जेएनयू से करीब तीन किलोमीटर दूर एआईसीटीई के द्वारों को बंद कर दिया गया और परिसर के भीतर-बाहर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया। बाद में छात्र साढ़े 11 बजे के करीब दीक्षांत समारोह वाले क्षेत्र में पहुंच गए।
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