टोनही प्रताडऩा पर पुलिस ने की महीनों बाद एफ आइआर

महासमुंद, 05 जुलाई (आरएनएस)। खाकी की साख को खाक में मिलाने में महासमुंद में कुछ मैदानी अमला कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं। इससे हमर पुलिस-किसके संगका अविश्वास भाव पैदा हो रहा है। ऐसी ही दर्दभारी एक दास्तां महासमुंद जिले के बसना में सामने आया है। जहां माता दरबार बसना की देवी, जिनकी आस्था और श्रद्धा पर क्षेत्र के सैकड़ों लोग न केवल भरोसा करते हैं। बल्कि, उनकी वर्षों की साधना से चल रहे दरबार में शीश झुकाने भी पहुंचते हैं। जिसे कानून के एक जानकार ने कथित तौर पर टोनही कहकर इस कदर प्रताडि़त किया कि वह अपनी दर्दभरी दास्तां बताते-बताते रो पड़ी। लेकिन, खाकी वालों का दिल नहीं पसीजा। साढ़े तीन महीने तक थाने का चक्कर पर चक्कर काटने के बाद अंतत: तीन जुलाई को पूर्वान्ह 11 से 3 बजे तक चार घंटे थाना में बैठाकर रखा और उसे ही अपराधी की तरह लंबी पूछताछ की। तब जाकर टोनही प्रताडऩा का अपराध पंजीबद्ध किया। इस समूचे मामले की जानकारी जिन्हें भी हुई, पुलिस की कार्यप्रणाली पर उंगली उठाते नजर आए।
यह है पूरा मामला
माता दरबार बसना निवासी एक 50 वर्षीय महिला ने टोनही प्रताडऩा का अपराध पंजीबद्ध कराया है। घटना 17 मार्च 2019 की है। लेकिन, पुलिस ने जमीन विवाद बताकर साढ़े तीन महीने तक मामले को ठंडे बस्ते में डाले रखा। प्रताडऩा से परेशान महिला थाना पहुंचकर कार्रवाई नहीं करने पर अपनी रिपोर्ट वापस मांगने लगी तब जाकर पुलिस ने तीन जुलाई की दोपहर में अपराधपंजीबद्ध किया। वार्ड नंबर 15 माता दरबार बसना निवासी महिला के बेटे के नाम पर ग्राम ठाकुरपाली में करीब साढ़े तीन एकड़ जमीन है। जिसमें से खसरा नंबर 560/2 का हिस्सा करीब डेढ़ एकड़ जमीन को सत्य सनातन सेवा समिति को गौशाला/आश्रम बनाने के लिए दिए हैं। जिस पर ठाकुरपाली गांव के अन्तर्यामीभोई द्वारा कथित तौर पर जबरियाकब्जा करके बोर खनन कराया गया है।

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