अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट पूर्वाग्रह से प्रेरित : अनिल बलूनी
नयी दिल्ली ,22 जून (आरएनएस)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने 2018 की अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट पर ने कहा है कि यह रिपोर्ट सरासर बिना कोई जनाधार का है यह रिपोर्ट देख लगता है कि मोदी सरकार तथा भाजपा के प्रति पूर्ण रूप से पूर्वाग्रह से प्रेरित है। इस रिपोर्ट की मूल अवधारणा कि यहां अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा के पीछे कोई षडयंत्र है, सरासर झूठ है। इसके विपरीत, ऐसे ज्यादातर मामलों में स्थानीय विवादों और अपराधी तत्वों का हाथ होता है। जब कभी जरूरत हुई तो प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी के अन्य नेताओं ने अल्पसंख्यकों तथा समाज के कमजोर तबके के लोगों के विरुद्ध हुई हिंसा की कड़ी आलोचना की है। भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं की जड़ें बहुत ही गहरी हैं। वे पूरी तरह से स्वतंत्र हैं और वे ऐसे विवादों का फैसला करने तथा दोषियों को सजा देने में पूर्णतया सक्षम हैं। दुर्भाग्यवश इन तथ्यों को इस रिपोर्ट में बिलकुल नजरअंदाज कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सबका साथ, सबका विकास के सिद्धांत में विश्वास करती है। मोदी सरकार द्वारा आरम्भ तथा कार्यान्वित की गई बड़ी-बड़ी योजनाओं से समाज के हर जाति, धर्म और क्षेत्र के लोगों को लाभ हुआ हैसभी गरीबों, वंचितों चाहे वो किसी भी धर्म या लिंग के हों, के जीवन स्तर को उठाने और अपनी उपलब्धियों पर भाजपा गर्व करती है। भारत की जनता ने नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले भाजपा/एनडीए गठबंधन के विकास के एजेंडा पर पूर्ण विश्वास जताया है और हाल ही में उसे बहुमत से जिताया है।
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