8 साल से पेंशन के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे वृद्धजन
जगदलपुर, 20 मई (आरएनएस)। सुकमा जिले के विकासखण्ड छिंदगढ के ग्राम पंचायत हमीरगढ़ के सरपंच लखमूराम एवं सचिव लछिनधर प्रधानी की लापरवाही का खामियाजा इसी पंचायत के ग्राम कुरेली के वृद्ध एवं विधवा महिलाएं विगत 8-10 वर्षों से भुगत रहे हैं। यहां की विधवाएं एवं वृद्ध जन बलिराम नाग, लच्छुराम नाग, लक्ष्मी, देवे, सीता, हड़में, हूग्गी, बुधरी, अगंनबती ने बताया कि हम लोग पिछले 8-10 वर्षों से पंचायत में पेंशन हेतु आवेदन देते आ रहे है परन्तु सरपंच एवं सचिव हमारी बात ही नही सुनते है, हम लोगों से आवेदन भरवाते है उसके बाद बैंक में खाता भी खुलवा दिया परन्तु आज तक पेंशन नहीं मिल रहा है। गांव मे लगभग 20 से 25 लोग होंगे जो पेंशन पाने योग्य हैं परन्तु सरपंच एवं सचिव इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नही देते हैं।
इस गांव की पंच सुशीला नाग का कहना है कि इतने बड़े गांव मे मात्र तीन लोगों को ही पेंशन मिलता है जबकि मैं हर बार ग्रामसभा में जाकर यहां कि स्थिति सचिव एवं सरपंच को बताती हूं सबके सामने हो जाएगा कहते हैं उसके बाद कोई भी कार्यवाही नहीं होती।
यहां के ग्रामीणों ने कहा कि हम लोग हमेशा शासन के नियम कानून की इज्जत कर प्रत्येक ग्रामसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते थे परन्तु अब ग्राम सभा मे जाने का मन नही होता क्योंकि ग्राम सभा का कोई भी औचित्य नहीं है। पिछले 10 वर्षों से विधवाओं एवं वृद्धजनो का पेंशन हेतु आवेदन ग्राम सभा के माध्यम से हम लोग दे रहे है पर आज तक एक की भी स्वीकृति नहीं मिली है आने वाले दिनों में हम समस्त ग्रामवासी ग्रामसभा का बहिष्कार करेंगे व तब तक बहिष्कार करते रहेंगे जब तक हमारे पूर्व में दिए आवेदन पर कोई विचार नहीं हो जाता। शासकीय योजनाओं के पात्र हितग्राहियों का प्रस्ताव बना कर जनपद प्रेषित किया जाता है जहां स्वीकृति की प्रक्रिया होती है। जिन्हें पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है पंचायत में आकर आवेदन देना चाहिए अभी कुछ लोगों का स्वीकृत हुआ है हो सकता है।
सुधीर जैन