कोई राजनीतिक दल सैनिकों की फोटो इस्तेमाल न करें
नई दिल्ली,10 मार्च (आरएनएस)। चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से चुनाव अभियान में सैनिकों और सैन्य अभियानों की तस्वीर का इस्तेमाल करने से बचने को कहा है। आयोग ने जारी परामर्श का हवाला देते हुए इसका सख्ती से पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
आयोग ने एक दल द्वारा विंग कमांडर अभिनंदन की तस्वीर के कथित इस्तेमाल पर संज्ञान लेते हुए शनिवार को यह परामर्श जारी किया। अयोग ने कहा कि सुरक्षा बल देश की सीमाओ और राजनीतिक तंत्र की सुरक्षा के तटस्थ पहरेदार हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को अपने चुनावी अभियान में सैन्य बलों के संदर्भ का किसी भी रूप में सहारा लेते समय अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। इसके मद्देनजर राजनीतिक दलों और उनके उम्मीदवारों को चुनाव अभियान में सैन्य बलों के जवानो और सैन्य अभियानों की तस्वीर आदि का इस्तेमाल बिलकुल नहीं करना चाहिए। आयोग ने सभी राजनीतिक दलों पत्र में लिखा है, यह हमारी जानकारी में आया है कि कुछ राजनीतिक दल अपने चुनावी विज्ञापनों में सेना के जवानों की तस्वीरों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस संबंध में उनका ध्यान इस बात की ओर आकर्षित कराया जा रहा है कि आयोग ने चार दिसंबर 2013 को ही एक ऐसा ही पत्र राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को लिखा था कि रक्षा मंत्रालय ने आयोग का इस बात की ओर ध्यान दिलाया है कि राजनीतिक दलों और उनके नेता अपने उम्मीदवारों के विज्ञापनों में सेना के जवानों की तस्वीर का इस्तेमाल कर रहे हैं। आयोग ने पत्र में आगे लिखा है कि देश की सेना सीमा और सुरक्षा तथा राजनीतिक प्रणाली की संरक्षक है लेकिन वह एक तठस्थ और अराजनीतिक इकाई है इसलिये राजनीतिक दल और उनके नेता अपने चुनाव प्रचार में सेना का कोई जिक्र नहीं कर सकते हैं। यह देखते हुए आयोग का मानना है कि सैनिकों या सेनाध्यक्षों के किसी कार्यक्रम की भी तस्वीर का किसी भी रूप में अपने चुनाव प्रचार में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए इसलिये आयोग सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध करता है कि वह रक्षाकर्मियों या उनके समारोहों की तस्वीरों का इस्तेमाल नहीं करें। आयोग ने राजनीतिक दलों को कहा है कि वे अपने उम्मीदवारों, नेताओं और कार्यकर्ताओं को आयोग की सलाह का पालन करने का निदेर्श दें। यह पत्र आयोग के सचिव प्रमोद कुमार शर्मा ने राजनीतिक दलों को भेजा है।
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