डीएमएफ और सीएसआर के कार्यों से नागरिकों के जीवन में आए सकारात्मक बदलाव – भूपेश बघेल
रायपुर, 9 मार्च (आरएनएस)। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज जिला खनिज न्यास (डीएमएफ) के प्रभावी क्रियान्वयन पर एक दिवसीय परिचर्चा सह सम्मेलन के शुभारम्भ सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे देश में महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती मनाई जा रही है। छत्तीसगढ़ राज्य महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप कार्य कर रहा है। ‘छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी, नरवा, गरूवा, घुरवा और बारी‘ ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए महात्मा गांधी के आदर्शो के अनुरूप एक योजना है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास एवं उत्थान के क्षेत्र में एक ऐसा मॉडल बनाने को कहा जो पूरे देश के लिए अनुकरणीय हो।
परिचर्चा सह सम्मेलन का आयोजन नवीन विश्राम गृह में संचालनालय भौमिकी तथा खनिकर्म द्वारा किया गया। समारोह के प्रारंभ में राज्य योजना आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ के सतत् विकास के उद्देश्यों को पूरा करने की दृष्टि से बनाए गए ‘विजन डाक्यूमेंट 2030‘ का विमोचन किया। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस विजन डॉक्यूमेंट में जन घोषणा की भावनाओं और योजनाओं को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि जिला खनिज न्यास (डीएमएफ) और कार्पाेरेट सोशल रिस्पोंसिबिलिटी (सीएसआर) के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा राशि एवं कार्य प्रभावित क्षेत्रों एवं वहां के नागरिकों के विकास एवं कल्याण के लिए किया जाना चाहिए, जिससे वहां के नागरिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आए और जीवन स्तर सुधरे।
परिचर्चा सह सम्मेलन में प्रदेश के उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, मुख्य सचिव श्री सुनील कुजूर, अपर मुख्य सचिव श्री सी. के. खेतान, प्रमुख सचिव श्री गौरव द्विवेदी, मुख्यमंत्री के सलाहकार सर्व श्री प्रदीप शर्मा, एवं राजेश तिवारी, जिला पंचायतों के अध्यक्षगण, खनिज संक्रियों से जुडे स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधिगण तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।