सेना कभी मरने वालों की संख्या नहीं गिनती: वायु सेना प्रमुख
नई दिल्ली ,04 मार्च (आरएनएस)। बालाकोट एयर स्ट्राइक और उसके बाद उठ रहे सवालों पर वायु सेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कोयंबटूर में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सिलसिलेवार जवाब दिए। इस दौरान उन्होंने मिग 21 को हर लिहाज से बेहतरीन लड़ाकू विमान बताया। एयर चीफ मार्शल ने विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को लेकर सवालों के भी जवाब दिए। उन्होंने कहा कि पायलट की फिटनेस से कोई समझौता नहीं होगा।
वायुसेना प्रमुख बी एस धनोआ ने सोमवार को कहा कि वायुसेना मरने वालों की गिनती नहीं करती और बालाकोट आतंकी शिविर पर हवाई हमले में हताहत लोगों की संख्या की जानकारी सरकार देगी। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मरने वालों की संख्या लक्षित ठिकाने में मौजूद लोगों की संख्या पर निर्भर करती है। पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर पर 26 फरवरी को भारत द्वारा किए गए हवाई हमले के बाद पहली बार पत्रकारों से बात करते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान को सितंबर तक भारत के शस्त्र भंडार में आ जाना चाहिए। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि मिग 21 एक शानदार एयरक्राफ्ट है, इसे अपग्रेड किया गया है, इसके पास बेहतरीन रडार है, एयर टू एयर मिसाइल और बेहतरीन वेपन सिस्टम भी है।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन में कितने आतंकी मारे गए ये गिनना हमारा काम नहीं है। कितने मारे गए इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि अगर हम किसी टारगेट को निशाना बनाना चाहते हैं तो हम ऐसा ही करते हैं। अगर ऐसा नहीं था तो पाकिस्तानी पीएम ने जवाब क्यों दिया। अगर हमने जंगल में बम गिरा तो वह जवाब क्यों देते?
एयर चीफ मार्शल ने कहा कि योजनाबद्ध ऑपरेशन में आप प्लान करते हैं और इसे अंजाम देते हैं। लेकिन जब दुश्मन आप पर हमला करता है तो जो भी एयरक्राफ्ट मौजूद होते हैं उन्हीं से हमले को अंजाम दिया जाता है। सभी एयरक्राफ्ट दुश्मन से निपटने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा, भारतीय वायु सेना यह बताने की स्थिति में नहीं है कि कितने आतंकी हमले में मारे गए। सरकार इसके बारे में बताएगी। हमारा काम मारे गए लोगों को गिनना नहीं है। हम ये गिनते हैं कि हमने कितने टारगेट को निशाने पर लिया या नहीं। अभिनंदन के सवाल पर बीएस धनोआ ने कहा कि वह दोबारा विमान उड़ाएंगे या नहीं ये उनकी मेडिकल फिटनेस पर निर्भर करता है। वह मेडिकल चेकअप के दौर से गुजर रहे हैं। जिस भी तरह के इलाज की जरूरत होगी, उन्हें दिया जाएगा। एक बार उन्हें मेडिकल फिटनेस मिल जाए तो वह दोबारा फाइटर कॉकपिट में होंगे।
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