राफेल पर रिव्यू याचिकाओं को लिस्ट करने पर विचार करेगा सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली ,21 फरवरी (आरएनएस)। सुप्रीम कोर्ट ने आज कहा कि राफेल मामले में उसके फैसले की समीक्षा की मांग करने वाली याचिकाओं को सूचीबद्ध करने पर वह विचार करेगा। संबंधित याचिकाओं के समूह को शीर्ष अदालत ने 14 जनवरी को खारिज कर दिया था। इस समूह में पूर्व केंद्रीय मंत्रियों यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी तथा वकील प्रशांत भूषण की याचिकाएं भी थीं। तब अदालत ने कहा था कि फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद में केंद्र की निर्णय लेने की प्रक्रिया पर संदेह का सवाल ही नहीं उठता।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि राफेल मुद्दे पर चार आवेदन या याचिकाएं दाखिल की गई हैं और इनमें से एक तो अब तक खामी की वजह से रजिस्ट्री में पड़ी है। इस पीठ में जस्टिस एल एन राव और जस्टिस संजीव खन्ना भी हैं। जब प्रशांत भूषण ने राफेल मामले में याचिकाओं को तत्काल सूचीबद्ध करने की मांग की तब पीठ ने कहा ‘पीठ (के जजों) में बदलाव करना होगा। यह बहुत मुश्किल है। हमें इसके लिए कुछ करना होगा।Ó
भूषण ने कहा कि समीक्षा याचिकाओं के अलावा एक ऐसा आवेदन भी दाखिल किया गया है जिसमें अदालत को गुमराह करने वाली जानकारी देने के लिए केंद्र सरकार के कुछ कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की गई है। वकील भूषण के अलावा सिन्हा और शौरी ने सुप्रीम कोर्ट से सोमवार को हाईप्रोफाइल राफेल मामले में सीलबंद लिफाफे में ‘झूठी या भ्रामकÓ जानकारी कथित तौर पर देने के लिए केंद्र सरकार के कुछ कर्मचारियों के खिलाफ झूठे साक्ष्य का मुकदमा शुरू करने का आग्रह किया।
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