आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दिल्ली में शुरू की भूख हड़ताल
नई दिल्ली,11 फरवरी (आरएनएस)। आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने मांग को लेकर दिल्ली के आंध्र भवन में एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठे चंद्रबाबू नायडू को विपक्षी दलों का साथ मिल रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जहां उन्हें समर्थन का ऐलान किया है, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आंध्र भवन पहुंचकर नायडू से मुलाकात की। कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए कहा कि वह जहां भी जाते हैं झूठ बोलते हैं। सुबह 8 बजे से शुरू हुई नायडू की भूख हड़ताल रात 8 बजे तक चलेगी।
नायडू से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा, श्मैं आंध्र प्रदेश के लोगों के साथ हूं। वह किस तरह के प्रधानमंत्री हैं? उन्होंने आंध्र प्रदेश के लोगों से किए गिए वादों को पूरा नहीं किया। मिस्टर मोदी जहां कहीं भी जाते हैं झूठ बोलते हैं। उनकी अब कोई विश्वसनीयता नहीं बची है।श् पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी नायडू से मुलाकात कर उनके प्रति एकजुटता जाहिर की। वहीं नायडू ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा नरेंद्र मोदी देश पर शासन करने के लिए अयोग्य और अक्षम हैं। आंध्र प्रदेश के सीएम ने कहा, श्मोदी बेशर्मी और घमंड के साथ काम कर रहे हैं। वह सोच रहे हैं कि कुछ पार्टियों के साथ गठबंधन के जरिए चुनाव जीत जाएंगे। मोदी देश पर शासन करने के लिए अयोग्य हैं, वह अक्षम हैं। शासकों को जनता की अकांक्षाओं को ध्यान रखना चाहिए।श् उन्होंने कहा कि वह आंध्र प्रदेश के 5 करोड़ लोगों के लिए लड़ रहे हैं।
एक मंच पर नजर आए फारूख, नायडू और राहुल
भूख हड़ताल पर बैठे नायडू ने कहा, श्आज हम यहां केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराने आए हैं। धरने से एक दिन पहले कल प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश के गुंटुर का दौरा किया। मैं पूछ रहा हूं कि इसकी क्या जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए नायडू ने कहा, प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश के मामले में श्राज धर्मश् का पालन नहीं किया क्योंकि उनकी सरकार ने राज्य को विशेष दर्जा नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री हमारे लोगों पर निजी हमले करते हैं तो हम भी उसका जवाब देने को तैयार हैं। गौरतलब है कि टीडीपी राज्य के बंटवारे के बाद आंध्र प्रदेश से किए गए अन्याय का विरोध करते हुए पिछले साल एनडीए से बाहर हो गई थी। अपनी एक दिन की भूख हड़ताल के अगले दिन वह 12 फरवरी को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को एक ज्ञापन भी सौंपेंगे। मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों, पार्टी के विधायकों, एमएलसी और सांसदों के साथ धरना देंगे। राज्य कर्मचारी संघों, सामाजिक संगठनों और छात्र संगठनों के सदस्य भी इसमें शामिल होंगे।
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