गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होगा रेलवे सुरक्षा बल

नईदिल्ली ,25 जनवरी (आरएनएस)। भारतीय रेलवे का सशस्त्र बल रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की एक टुकड़ी गणतंत्र दिवस परेड-2019 में भाग ले रही है। इसमें भारतीय रेलवे में तैनात 75,000 अधिकारी और बल के जवान हिस्सा लेंगे। आरपीएफ के मार्चिंग दल की कमान सहायक सुरक्षा आयुक्त जेतिन बी. राज सभालेंगे और आरपीएफ बैंड में तीन अधीनस्थ अधिकारी और 144 अन्य जवान शामिल होंगे। आरपीएफ बैंड का नेतृत्व इंस्पेक्टर मुश्ताक अहमद कर रहे हैं, जिसमें तीन अधीनस्थ अधिकारी और 88 अन्य रैंक के भारत के जवान की धुन पर मार्च करेंगे। इससे पहले, आरपीएफ दल ने गणतंत्र दिवस परेड-2016 में भी भाग लिया था।
रेलवे सुरक्षा बल का इतिहास 1882 का है, जब विभिन्न रेलवे कम्पनियों ने रेलवे संपत्तियों की सुरक्षा के लिए अपने सुरक्षा बल नियुक्त किए थे। वर्ष 1957 में संसद के एक अधिनियम द्वारा बल को वैधानिक रूप दिया गया जिसे बाद में वर्ष 1985 में भारतीय संघ का सशस्त्र बल घोषित किया था। बल ने न सिर्फ रेलवे संपत्ति की सुरक्षा की बल्कि रेल यात्रियों की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विश्वसनीय प्रदर्शन किया है। अपनी स्थापना के 61 सालों के दौरान 900 से अधिक जवानों ने जोखिमभरी परिस्थितियों में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया।
रेलवे सुरक्षा बल देश के सभी हिस्सों के लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता रहा है, और इससे राष्ट्रीय चरित्र और छवि को प्रतिबिंबित करने में गर्व होता है। बल ने अपनी स्थापना के बाद से ही मान्यता और प्रतिष्ठा अर्जित की है। आरपीएफ ने कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान मेधावी सेवा, बहादुरी और बेहतर अन्वेषण के लिए कई पदक भी प्राप्त किये हैं। आरपीएफ ने वर्ष 2006 में तत्कालीन माननीय राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम से प्रेसिडेंट्स कलर भी प्राप्त किया। 2018 तक आरपीएफ को कुल 929 प्रतिष्ठित पदकों से सम्मानित किया गया है जिसमें 760 भारतीय पुलिस पदक, 81 राष्ट्रपति पुलिस पदक, वीरता के लिए 3 राष्ट्रपति पुलिस पदक, वीरता के लिए 18 भारतीय पुलिस पदक, 44 अग्निशमन सेवा पदक और 67 रेल मंत्री पदक भी शामिल हैं। (साभार-पीआईबी)
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