पीएम पद हेतु मोदी के बाद मायावती दूसरी सबसे दमदार
नई दिल्ली ,18 जनवरी (आरएनएस)। भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों का महागठबंधन बनने की संभावनाओं के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मई में होने वाले आम चुनाव में सत्ता से बाहर होने की आशंका है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद इसके कुछ नेताओं ने लोकसभा चुनाव में 120-150 सीटें जीतने का अनुमान भी दे डाला है। अगर ऐसा हुआ तो भाजपा विरोध गठबंधन का नेतृत्व करते हुए कांग्रेस सत्ता में आ सकती है।
ये अलग बात है कि यूपी में बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती का जलवा बढऩे से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का चांस कुछ कमजोर पड़ा है। एसपी और बीएसपी ने अपने गठबंधन में कांग्रेस को जगह नहीं दी। हालांकि दोनों दल रायबरेली और अमेठी में अपने उम्मीदवार नहीं उतारेंगे।
एसपी-बीएसपी का सपोर्ट न होने पर कांग्रेस हो सकता है कि यूपी की 80 में से केवल दो लोकसभा सीटें जीत पाए। ऐसा होने पर 543 सदस्यों की लोकसभा में कांग्रेस का आंकड़ा 100 तक पहुंचना भी मुश्किल होगा। कई क्षेत्रीय दलों को बीजेपी से डर तो है ही, वे कांग्रेस से भी सतर्क रहते हैं। उन्हें भले ही मोदी पसंद न हों, लेकिन गांधी को गले लगाने से वे हिचकते हैं। वे खुद अगुवा बनना चाहते हैं।
मायावती की संभावना मजबूत
ऐसी भी संभावना है कि एसपी-बीएसपी मिलकर पीएम पद के लिए मायावती को आगे बढ़ाएं, जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव को यूपी के सीएम कैंडिडेट के रूप में पेश किया जाए। इससे दोनों की महत्वाकांक्षा पूरी होगी। यह गठबंधन यूपी में 60 सीटें जीतने की उम्मीद कर रहा है। 2014 के आम चुनाव के दौरान 80 में से 41 सीटों पर इन दोनों दलों को मिले कुल वोट एनडीए के वोट से ज्यादा थे। 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में उनका कंबाइंड वोट शेयर 80 में से 57 लोकसभा क्षेत्रों में ज्यादा रहा।