सार्वजनिक करें आलोक वर्मा पर सीवीसी रिपोर्ट
नईदिल्ली ,15 जनवरी (आरएनएस)। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है कि वह सीबीआई के पूर्व प्रमुख आलोक वर्मा पर सीवीसी रिपोर्ट को सार्वजनिक करें. बता दें कि तीन सदस्यीय सेलेक्शन कमेटी में खडग़े एकमात्र सदस्य थे जिन्होंने वर्मा को पद से हटाने का विरोध किया था.
खडग़े ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि सीवीसी की जांच रिपोर्ट, जस्टिस एके पटनायक की जांच रिपोर्ट और चयन समिति की बैठक का ब्यौरा सार्वजनिक किया जाए ताकि जनता इस मामले में खुद निष्कर्ष तक पहुंच सके.
साथ ही खडग़े ने बिना किसी देरी के, नए निदेशक की नियुक्ति के लिए चयन समिति की तत्काल बैठक बुलाने के लिए भी कहा है. उन्होंने यह भी दावा किया कि इस मामले में सरकार के कदमों से यही संकेत मिलता है कि वह नहीं चाहती कि सीबीआई एक स्वतंत्र निदेशक के तहत काम करे.
दरअसल, गत 10 जनवरी को हुई चयन समिति की बैठक में खडग़े ने आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक के पद से हटाए जाने का विरोध किया था. खबरों के मुताबिक, जस्टिस पटनायक ने कहा कि आलोक वर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार के कोई साक्ष्य नहीं हैं.
पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने पिछले गुरुवार को वर्मा को सीबीआई निदेशक के पद से हटा दिया था. इसके अगले दिन शुक्रवार को वर्मा ने सरकारी सेवा से इस्तीफा दे दिया.
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 1979 बैच के अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम एवं केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के अधिकारी वर्मा का तबादला कल महानिदेशक दमकल सेवा, नागरिक सुरक्षा एवं गृह रक्षा के पद पर कर दिया गया था.
सीबीआई निदेशक के पद पर वर्मा का दो वर्षों का कार्यकाल आगामी 31 जनवरी को पूरा होने वाला था. लेकिन इससे 21 दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस ए के सीकरी की समिति ने 2-1 के बहुमत से वर्मा को सीबीआई प्रमुख के पद से हटाने का फैसला किया. मोदी और जस्टिस सीकरी वर्मा को सीबीआई निदेशक पद से हटाने के पक्ष में थे जबकि खडग़े ने इसका विरोध किया था.
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