कॉन्स्टेबल हत्या मामले में 11 गिरफ्तार, कई अन्य हिरासत में
लखनऊ ,30 दिसंबर (आरएनएस)। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस कॉन्स्टेबल की हत्या के मामले में 11 संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के बाद वापस लौटते वक्त पथराव में कॉन्स्टेबल सुरेश वत्स की मौत हो गई थी। इस संबंध में कई अन्य को हिरासत में भी लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
पीएम मोदी की रैली से वापस लौट रहे वाहनों पर प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को पत्थर बरसा दिए थे, जिसमें 48 साल के कॉन्स्टेबल सुरेश वत्स की मौत हो गई थी। उनके सिर पर तब पत्थर लगा, जब वह प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाए गए जाम को हटवाने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस एडीजी (लॉ ऐंड ऑर्डर) आनंद कुमार ने कहा, इस मामले में 11 लोगों की गिरफ्तारी के साथ कुछ अन्य को हिरासत में लिया गया है।
गाजीपुर के एसपी यशवीर सिंह ने कहा, प्रदर्शन में शामिल लोग राष्ट्रीय निषाद पार्टी के कार्यकर्ता थे, जिन्हें प्रशासन और पुलिस ने रैली स्थल पर जाने से रोक दिया था। जब प्रधानमंत्री गाजीपुर से वापस हो लिए तो इन लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया और कार्यक्रम स्थल से लौट रही गाडिय़ों पर पत्थर फेंकने लगे। पुलिस ने प्राप्त विडियो की मदद से प्रदर्शन में शामिल लोगों की पहचान की है। गाजीपुर के एसपी यशवीर सिंह ने कहा, प्रदर्शन में शामिल लोग राष्ट्रीय निषाद पार्टी के कार्यकर्ता थे, जिन्हें प्रशासन और पुलिस ने रैली स्थल पर जाने से रोक दिया था। जब प्रधानमंत्री गाजीपुर से वापस हो लिए तो इन लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया और कार्यक्रम स्थल से लौट रही गाडिय़ों पर पत्थर फेंकने लगे। पुलिस ने प्राप्त विडियो की मदद से प्रदर्शन में शामिल लोगों की पहचान की है। उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुए लिखा, तीन मामलों में कुल 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 11 की गिरफ्तारी हत्या के मामले में हुई है। हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ संबंधित कानूनी धाराओं में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृत कॉन्स्टेबल की पत्नी को 40 लाख और पैरंट्स को 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। सीएम ने इसके अलावा स्थानीय पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और मामले को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए हैं।
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