राजनीति में प्रदूषण क्यों लाते है : सिब्बल
नई दिल्ली ,21 जुलाई (आरएनएस)। कपिल सिब्बल ने केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर पर तंज कसते हुए कहा कि आप इतना प्रदूषण पॉलिटिक्स में क्यों लाते हैं? आप तो एनवायरनमेंट मिनिस्टर हैं, आपको तो प्रदूषण खत्म करना चाहिए, लेकिन आपके हर बयान में कुछ ना कुछ ऐसी कठोर बात होती है, कुछ ना कुछ ऐसी बात होती है, जो हमेशा आलोचना की तरफ जाती है।
आज के दिन देश के सामने बड़े संकट आए हुए हैं और मैं समझता हूं आपको उन संकटों का सामना करना चाहिए, ना कि राहुल जी के ऊपर कोई टिप्पणी करनी चाहिए। मैं केवल आपसे इतना ही कहूंगा कि जो बातें आपने गिनाई हैं, जिसके बारे में आपने कहा है, मुझे लगता है आपको शायद ज्यादा जानकारी है। आपने शाहीन बाग की बात की, आपको तो जानकारी ज्यादा होगी, क्योंकि पुलिस जो आपकी सरकार के अधीन है, वो पुलिस ही सीसीटीवी कैमरे तोड़ रही थी, आपको तो इस बात का मालूम होगा और आज के दिन तो कई याचिकाएं डल रही हैं हाईकोर्ट में कि पूरी तरह से, ठीक तरह से तफ्तीश हो नहीं रही, किस तरह से कुछ लोगों ने दंगे फैलाए और उसके बारे में आप ना ही कुछ कहें, तो अच्छा है।
जहाँ तक चीन का सवाल है, मैं आपको एक और सलाह देना चाहता हूं कि जो वास्तविकता है, वो तो देश को बता दीजिए जरा। हमारे प्रधानमंत्री जी ने यह भी कहा था कि महाभारत 18 दिन में खत्म हो गया और ये महामारी है, ये जो कोरोनावायरस है उसको केवल 21 दिन लगेंगे, तो 21 दिन तो अभी तक खत्म नहीं हुए हैं जावेड़कर साहब? तो कहने का मतलब ये है कि आप इन चीजों से हटकर अपनी सरकार को कहिए कि देश की समस्याओं के बारे में ज्यादा ध्यान दें।
फिर चीन की बात आ गई। चीन की एक और बात आपको बताना चाहता हूं कि जो हमारे प्रधानमंत्री बयान दे रहे थे, वही प्रेजिडेंट शीं कह रहे थे, प्रेजिडेंट शीं क्या कह रहे थे – वो ये कह रहे थे कि हमने कोई भी जमीन, हिंदुस्तान की जमीन पर कब्जा नहीं किया और वही बात 19 जून को हमारे प्रधानमंत्री जी ने कही जब ऑल पार्टी मीटिंग हो रही थी कि ना तो हमारी जमीन पर किसी ने कब्जा किया है, ना आज किसी का कब्जा है और ना किसी पोस्ट पर चीनीयों को कब्जा है और आपका वहाँ जो अबेंसेडर है चीन का, वो कहने लगा नहीं-नहीं ये डिसइंगेजमेंट होनी चाहिए और गलत तरीके से चीनीयों ने हमारी जमीन पर कब्जा किया है। आपके विदेश मंत्रालय ने भी ये बात मान ली, आपके डिफेंस मिनिस्टर, रक्षा मंत्रालय ने भी ये बात मान ली, तो मुश्किल ये है कि आपकी सरकार में हमें ये ही नहीं पता चलता की सच क्या है और असत्य क्या है, यही नहीं पता चलता। तो पहले आप बयान देने से पहले आप इतना जरुर बता दीजिए कि सत्य क्या है, क्योंकि आपके सारे डेटा गलत होते हैं।
आपको मालूम है कि देश की आर्थिक स्थिति किस तरफ जा रही है, महामारी तो हम चाहते हैं कि खत्म हो और अच्छी बात है कि हिंदुस्तान में अब जोरों-शोरों से काम हो रहा है, लेकिन आपको फैसला पहले लेना चाहिए था, फरवरी में ही लेना चाहिए था, सारी एयऱ फ्लाइटस बंद कर देनी चाहिए थी, लेकिन आपने वो फैसले नहीं लिए। मुश्किल तो ये है ना, आपको देश चलाना नहीं आता, केवल आपको आक्रमण करना आता है और ऐसे शब्दों के साथ जो आपको भी और आपकी सरकार को भी शोभा नहीं देता।
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