कल राज्यसभा में आएगा तीन तलाक बिल

नई दिल्ली,29 दिसंबर (आरएनएस)। लोकसभा से पास होने के बाद अब तीन तलाक बिल को सोमवार, 31 दिसंबर को राज्यसभा में रखा जाएगा। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद शादीशुदा मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और एक बार में तीन तलाक रोकने के लिए तैयार किए गए विमिन बिल (तीन तलाक) 2018 को पेश करेंगे। सरकार ने पिछले गुरुवार को निचले सदन में चार घंटे की बहस के बाद विपक्ष के वॉकआउट के बावजूद यह बिल पारित करा लिया था। हालांकि राज्यसभा में बिल पास कराना सरकार के लिए आसान नहीं होगा। विपक्षी दलों ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है।
कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने केरल में शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी तीन तलाक (तलाक-ए-बिद्दत) विधेयक को इसके मौजूदा रूप में राज्यसभा में पारित नहीं होने देगी। वेणुगोपाल ने पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस अन्य दलों को साथ लेकर विधेयक को इसके मौजूदा रूप में पारित नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा में जब यह विधेयक पेश किया गया था तब 10 विपक्षी दल इसके खिलाफ खुलकर सामने आए थे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यहां तक कि अन्नाद्रमुक और तृणमूल कांग्रेस ने भी इस विधेयक का खुलकर विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यह विधेयक महिलाओं को सशक्त करने में मदद नहीं करेगा। वहीं, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि सरकार को तीन तलाक विधेयक पर राज्यसभा में सभी दलों से सहयोग मिलने की उम्मीद है। आपको बता दें कि राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है और तीन तलाक पर पिछला विधेयक विपक्ष के कारण अटक गया था।
राज्यसभा में रणनीति के बाबत पूछे जाने पर प्रसाद ने कहा, ‘मैं इस पर चर्चा नहीं करूंगा कि राज्यसभा में हमारी रणनीति क्या होगी। लेकिन हमें उम्मीद है कि सभी दल समझेंगे कि यह राजनीतिक विरोध का मुद्दा नहीं है। उन्हें यह समझना चाहिए कि यह तीन तलाक की पीडि़ताओं को न्याय दिलाने के लिए है।Ó उन्होंने कहा, ‘इस विधेयक को वोट बैंक की नजर से नहीं देखना चाहिए। लोकसभा में बहस में प्रत्येक वक्ता ने माना कि तीन तलाक गलत है, लेकिन वे नहीं चाहते कि इसे अपराध माना जाए। मुझे ये तर्क विचित्र लगता है।Ó
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