ई-वीजा की वैधता की अवधि बढ़ाकर 10 साल की जाए
नई दिल्ली ,24 दिसंबर (आरएनएस)। नीति आयोग ने प्रस्ताव दिया है कि ई वीजा की वैधता बढ़ाकर 10 साल की जाये और देश में अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए ई मेडिकल वीजा पर आने वाले पर्यटकों की वार्षिक संख्या में वृद्धि की जानी चाहिए।
सूत्रों के अनुसार ई कांफ्रेंस वीजा को छोड़कर ई वीजा की अवधि भारत में प्रवेश करने की तिथि से 60 दिन होती है। ई कांफ्रेंस वीजा की वैधता 30 दिनों की होती है। ई पर्यटक वीजा और ई बिजनेस वीजा पर दोहरे प्रवेश की अनुमति है। ई मेडिकल वीजा और ई मेडिकल अटेंडेंट वीजा पर तीन दफा प्रवेश की अनुमति है। केवल कांफ्रेंस वीजा पर एक दफा प्रवेश की अनुमति है। जनवरी से दिसंबर के बीच एक कैलेंडर वर्ष में ई वीजा का लाभ तीन दफा लिया जा सकता हे। नीति आयोग ने अपनी रिपोर्ट ‘द स्ट्रेटजी फॉर न्यू इंडिया/75Ó में कहा है कि ई वीजा की सुविधा आरंभ करने के बाद भी पर्यटक वीजा आवेदन करने की प्रकिया को बोझिल समझते हैं। रिपोर्ट में बताया कि विदेशों में हमारे वाणिज्य दूतावास के जरिये सूचना अभियान शुरू करके वैश्विक स्तर पर ई वीजा के बारे में जागरूकता लायी जाये। ई वीजा व्यवस्था को लेकर बैठकों, प्रोत्साहन, सम्मेलनों और प्रदर्शनियों से पर्यटकों को आकर्षित करना जरूरी है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए ई वीजा की वैधता अवधि 10 साल बढ़ायी जानी चाहिए। इसमें यह भी सुझाव दिया गया कि ई मेडिकल वीजा के तहत वार्षिक यात्राओं की संख्या में वृद्धि की जाये। वर्तमान में ई मेडिकल वीजा धारकों को अपने एक साल की वीजा अवधि के दौरान तीन दफा प्रवेश की अनुमति है। रिपोर्ट में कहा गया कि मरीज के लिए यह काफी नहीं है। इस साल ई वीजा पर पहले दस महीनों में 18.78 लाख विदेशी भारत की यात्रा पर आये।
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