राज्यसभा में उठा जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन का मुद्दा
नई दिल्ली ,21 दिसंबर (आरएनएस)। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने के मुद्दे पर संसद में कोई चर्चा नहीं कराये जाने को लेकर सरकार की आलोचना करते हुए इस पर चर्चा करवाने की मांग की।
आजाद ने भोजनावकाश के बाद सदन की बैठक शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश की अनुमति से यह मुद्दा उठाते हुये कहा कि जम्मू कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 356 का इस्तेमाल कर राष्ट्रपति शासन लगाया गया। उन्होंने कहा कि पहले विधानसभा को निलंबित रख कर राज्यपाल शासन लगाया गया और अब राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रपति शासन ऐसे समय में हुआ जब संसद सत्र चल रहा है और दोनों सदनों में इस महत्वपूर्ण विषय पर कोई चर्चा नहीं हुयी। आजाद ने कहा कि दोनों सदनों में इस मामले में चर्चा कराया जाना जरूरी है, क्योंकि जम्मू कश्मीर एक बड़ा मुद्दा है। इस दौरान उन्होंने केन्द्र सरकार द्वारा दस केन्द्रीय एजेंसियों को कंप्यूटर सहित सभी संचार उपकरणों की निगरानी का अधिकार देने को अघोषित आपातकाल बताते हुये इसका विरोध किया। संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने कहा कि सरकार इस मुद्दे सहित हर विषय पर चर्चा करने को तैयार है।उप सभापति हरिवंश ने सदन को सूचित किया कि जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाने के संबंध में सरकार ने एक सांविधिक प्रस्ताव दिया है तथा सभापति ने कहा है कि इस मुद्दे पर चर्चा करवायी जाएगी।
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