कांग्रेस की जीत के लिए पुनिया लकी चार्म साबित हुए
रायपुर, 21 नवंबर (आरएनएस)। 15 साल तक वनवास काटने के बाद कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सत्ता हासिल कर पायी। कांग्रेस की जीत में जहां भाजपा विरोधी लहर एवं भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव सहित कांग्रेस नेताओ की मेहनत दिखी, वहीं कहीं ना कहीं प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया भी पीसीसी के लिए लकी चार्म साबित हुए है। श्री पुनिया के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस ने यहां पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और इस चुनाव में कांग्रेस को न केवल जीत मिली बल्कि 68 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत मिली।
पिछले 15 साल तक सत्ता में काबिज भाजपा पार्टी इस बार चुनाव में चौथी बार सरकार बनाने का दावा करने के साथ 65 प्लस सीटों का लक्ष्य लेकर चल रही थी ऐसे में कांग्रेस ने यह कभी नहीं सोचा था कि छग बम्पर सीटों के अंतराल से प्रदेश में सरकार बनाएगी। हालांकि कांग्रेस शुरू से ही दावा करते आ रही थी कि इस बार चुनाव उनकी ही बनेगी, लेकिन यह संभावना नहीं जताया था कि 65 प्लस का लक्ष्य भाजपा की जगह उनकी छोली में आ जाएगा। कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी इसे स्वीकार किया कि चुनाव के जो परिणाम आये वे उनके लिए अप्रत्याशित है। इससे पहले 3 साल के चुनाव की बात करें तो कांग्रेस नेताओ हर चुनाव में कड़ा संघर्ष किया और भाजपा सरकार को आसानी से सत्ता में काबिज होने नहीं दिया। लेकिन उन तीनों चुनाव में प्रदेश कांग्रेस नेताओ को जो प्रभारी नेता मिला उनके नेतृत्व में कहीं ना कहीं कमजोरी रही। जिसके कारण कांग्रेस को 15 साल तक सत्ता से दूर रहना पड़ा। लेकिन श्री पुनिया की बात करें तो उन्होंने खुद को प्रदेश कांग्रेस के लिए लकी चार्म साबित किया है। श्री पुनिया के छग प्रभारी बनते ही उन्होंने कांग्रेस में लंबे समय से चले आ रहे न केवल गुटबाजी को जड़ से खत्म किया, बल्कि संगठन को और अधिक मजबूती दी। श्री पुनिया के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने भी नये जोश के साथ छग में जबरदस्त काम किया। कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश के किसानों, बेरोजगार युवाओं के साथ लोगों का विश्वास जीता। लोगों का कांगे्रस पर कितना विश्वास किया इसका चुनाव के नतीजों के रूप में दिखा। इस तरह हम यह जरूर कह सकते है कि श्री पुनिया प्रदेश कांग्रेस के लिए लकी चार्म है।
लोकसभा चुनाव भी लकी चार्म के नेतृत्व में लड़ सकती है पीसीसी: प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद पीसीसी आगामी लोकसभा चुनाव भी अपने लकी चार्म के नेतृत्व में लडऩा चाहेगी। लोकसभा चुनाव में भी श्री पुनिया पीसीसी के लिए लकी साबित हो सकते है। अगर ऐसा हुआ तो विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी प्रदेश की 11 सीटों में कांग्रेस की झोली में 7 से 8 सीटें आ सकती है।
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