देश में स्थापित होंगे 20 प्रौद्योगिकी केंद्र: गिरिराज
नई दिल्ली ,19 दिसंबर (आरएनएस)। सरकार सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) की मदद के लिए 20 अतिरिक्त प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित करेगी। एमएसएमई मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को यह जानकारी दी। ये केंद्र एमएसएमई को आधुनिक प्रौद्योगिकियों तक पहुंच उपलब्ध कराने के अलावा श्रमबल को कुशल बनाने तथा तकनीकी एवं कारोबारी सलाह उपलब्ध कराएंगे।
सिंह ने यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वैश्विक एसएमई व्यापार सम्मेलन 2018 को संबोधित करते हुए कहा कि हमें देश के विभिन्न हिस्सों में 20 प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित करने की मंजूरी मिली है। इस समय देश के विभिन्न हिस्सों में 10 ऐसे केंद्र परिचालन में हैं। एमएसएमई मंत्री ने कहा कि क्षेत्र के लिए कुछ चुनौतियां हैं लेकिन उन सभी क्षेत्रों में काम कर रही है। क्षेत्र की इकाइयों को समय पर कर्ज उपलब्ध कराया जा रहा है। सिंह नेक हा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) और सूक्ष्म और लघु उपक्रमों के लिए ऋण गारंटी कोष न्यास से 19 लाख नए उद्यमी बने हैं। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि इन उद्यमियों ने करीब तीन करोड़ लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित किए हैं। इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि एसएमई को इस अवसर का लाभ उठाकर वैश्विक मूल्य श्रृंखला का हिस्सा बनना चाहिए। देश के निर्यात में एमएसएमई का हिस्सा करीब 45 प्रतिशत है। सेवा गतिविधियों के जरिये इनका देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में हिस्सा 24.63 प्रतिशत और विनिर्माण उत्पादन में 33.4 प्रतिशत हिस्सा है।
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