अगरबत्ती उत्पादन से आत्मनिर्भर बनेगा देश

0-केंद्रीय मंत्री गडकरी ने दी नई योजना को मंजूरी
नई दिल्ली,03 अगस्त (आरएनएस)। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं एमएसएमई मंत्री मंत्री नितिन गडकरी ने अगरबत्ती उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिये खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के रोजगार सृजन कार्यक्रम के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
आयोग ने देश में विनिर्मित मशीनों और प्रशिक्षित कामगारों के जरिये भारत को अगरबत्ती उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिये यह प्रस्ताव किया है। ‘खादी अगरबत्ती आत्मनिर्भर मिशनÓ नाम के इस कार्यक्रम का मकसद देश के विभिन्न भागों में बेरोजगार और प्रवासी मजदूरों के लिये रोजगार सृजित करने के साथ कारीगारों एवं स्थानीय अगरबत्ती उद्योग की मदद करना है। देश में फिलहाल अगरबत्ती की खपत करीब 1,490 टन प्रतिदिन की है, जबकि देश में उत्पादन केवल 760 टन प्रतिदिन है। मांग को पूरा करने के लिये मुख्य रूप से चीन और वियतनाम से आयात किया जाता है। योजना शुरू में पायलट आधार पर शुरू की जाएगी। इसके बारे में जानकारी देते हुए केवीआईसी के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि अगरबत्ती उत्पादन में उपयोग होने वाली मशीनों का शत प्रतिशत आयात वियतनाम से किया जाता रहा है। योजना के अंतर्गत केवीआईसी ने केवल भारतीय विनिर्माताओं द्वारा विनिर्मित मशीनों को ही खरीदने का निर्णय किया है। इससे स्थानीय तौर पर उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। योजना के तहत केवीआईसी अगरबत्ती बनने के लिये कारीगरों को स्वचालित मशीनें और पाउडर मिलाने वाली मशीनें उपलब्ध कराएगा। यह सब निजी अगरबत्ती विनिर्माताओं के जरिये किया जाएगा जो व्यापार भागीदार के रूप में समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। केवीआईसी मशीन की लागत पर 25 प्रतिशत सब्सिडी देगा और 75 प्रतिशत राशि कारीगरों से हर महीने आसान किस्त के रूप में लेगा। सक्सेना ने कहा कि कार्यक्रम के लिये पायलट परियोजना इस महीने शुरू होगी।
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