सबसे ज्यादा पांचवी से बारहवीं पास उम्मीदवार, कई तो अंगूठा छाप

नई दिल्ली ,15 दिसंबर (आरएनएस)। चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में ताल ठोकने वाले 3183 उम्मीदवार ऐसे थे, जो पांचवीं से बारहवीं कक्षा पास तक की शैक्षणिक योग्यता रखते हैं। अगर सभी प्रत्याशियों की पढ़ाई-लिखाई का आंकड़ा देखें तो उसमें सबसे उच्च स्तर पांचवीं से बारहवीं के बीच का ही सामने आया है।
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और राजस्थान में कई ऐसे उम्मीदवारों ने भी चुनाव लड़ा है, जो पूरी तरह से असाक्षर थे। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफ ॉर्म (एडीआर) रिपोर्ट के मुताबिक, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में 1365 उम्मीदवार ऐसे थे, जिनकी शैक्षणिक योग्यता पांचवीं कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा पास है। इसके अलावा 1095 उम्मीदवारों की योग्यता बीए या उससे ऊपर थी। नामांकन पत्र में शैक्षणिक योग्यता वाले कॉलम में 155 प्रत्याशियों ने केवल साक्षर लिखा है, जबकि 54 ऐसे भी उम्मीदवार थे, जिन्होंने खुद को पूरी तरह असाक्षर घोषित किया है। राजस्थान की रिपोर्ट पर गौर करें तो वहां चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवारों में 5वीं से 12वीं कक्षा पास वाले उम्मीदवारों की संख्या 1034 थी। बीए या उससे ऊपर की पढ़ाई-लिखाई करने वाले प्रत्याशी 949 हैं। 161 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता साक्षर बताई है, जबकि 12 लोगों ने लिखा कि वे असाक्षर हैं।
छत्तीसगढ़ में केवल 9 उम्मीदवार असाक्षर
एडीआर रिपोर्ट कहती है कि छत्तीसगढ़ चुनाव में जो नामांकन पत्र दाखिल किए थे, उनमें 9 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन्होंने खुद को असाक्षर बताया है। 41 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनकी शैक्षणिक योग्यता साक्षर है। 724 उम्मीदवारों ने लिखा है कि वे पांचवीं से बारहवीं कक्षा तक के बीच किसी क्लास तक पढ़े लिखे हैं। बीए या उससे ऊपर की पढ़ाई करने वालों में 452 प्रत्याशी शामिल हैं। मिजोरम में असाक्षर उम्मीदवार केवल एक मिला है, जबकि साक्षर शब्द भी एक ही नामांकन पत्र में लिखा है। पांचवीं कक्षा पास वाले उम्मीदवार 6, आठवीं पास 15, दसवीं पास 16, बारहवीं पास 23 और बीए तक की पढ़ाई करने वालों की संख्या 70 थी। साथ ही 21 उम्मीदवार ऐसे भी रहे हैं, जिन्होंने स्नातक स्तर की योग्यता वाला कोई प्रोफेशनल कोर्स किया है।पीजी की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवार 37 थे।
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