राजधानी में 5 करोड़ रूपये के नकली नोटों के साथ आरोपी दंपत्ति गिरफ्तार
रायपुर, 02 दिसंबर (आरएनएस)। देश में 8 नवंबर 2017 को हुए नोटबंदी के बाद छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दो हजार रूपये के नकली नोट पकड़ाने का पहला और सबसे बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने एक दंपत्ति को 5 करोड़ रूपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया है। सभी नकली नोट दो-दो हजार रूपये के है। नकली नोटों के साथ आरोपी दंपत्ति के घर से नकली नोट बनाने के उपयोग में आने वाले प्रिंटेड शीट, कलर प्रिंटर, लैपटॉप सहित 02 मोबाईल फोन, 01 स्विफ्ट कार व नगद 25 हजार रूपये भी बरामद किया गया है।
सिटी एएसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने आज इस मामले का प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पुलिस को मुखबिर की सूचना मिली कि थाना न्यू राजेन्द्र नगर क्षेत्रांतर्गत अमलीडीह स्थित रजत प्राईम काम्लेक्स के फ्लैट नंबर 708 का निवासी निखिल कुमार सिंह बड़ी मात्रा में करेंसी नोट रखा हुआ है। वह लोगों को बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा सी.एस.आर. के रूप में खर्च की जाने वाली राशि उसके एन.जी.ओ. को मिलने की बात बताकर करोड़ों रूपये के नोट के साथ विडियो अपने कुछ परिचितों को दिखा रहा है। इसकी सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में थाना न्यू राजेन्द्र नगर व क्राईम ब्रांच की स्पेशल टीम बनाकर सूचना की तस्दीकी हेतु रवाना की गई। टीम द्वारा संबंधित फ्लैट में रेड कार्यवाही करने पर निखिल कुमार सिंह पिता सिद्धेश्वर प्रसाद 29 वर्ष व उसकी पत्नि पूनम अग्रवाल 30 वर्ष को 05 करोड़ रूपये के 2000-2000 रूपये के नकली नोट व नकली नोट को छापने में उपयोग किये गये प्रिंटर, लैपटॉप व कटिंग मशीन सहित पाया गया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे लोग बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा अपने प्राफिट का जो राशि सी.एस.आर. के रूप में खर्च किया जाता है को अपने एन.जी.ओ. को मिलने की बात बताकर लोगों को झांसे में लेते थे कि वे लोग इसी प्रकार के डोनेशन की राशि उनके एन.जी.ओ. को भी दिला सकते है साथ ही यदि आपके पास कोई ऐसी कंपनी हो जो सी.एस.आर. के रूप में इनकम टैक्स से छूट लेना चाहती हो तो वे उनसे संपर्क कर सकते है। वे लोग कंपनी द्वारा एकांउट में दी गई राशि में से 20 प्रतिशत की राशि काटकर शेष राशि कैश के रूप में लौटा देंगे। उनके पास बड़ी मात्रा में कैश उपलब्ध है का भरोसा दिलाने के लिये उन्होंने नकली नोट छाप कर रखा हुआ था की बात बतायी।
आरोपी निखिल कुमार सिंह मूलत: पटना बिहार का रहने वाला है जो रायपुर में पिरारी सोल्यूशन प्रायवेट लिमिटेड के नाम से आई.सी.आई.सी.आई. बैंक के सी एस पी सेंटर का फ्रेंचायजी ले रखा है। पूर्व में वह दिल्ली में यू.पी.एस.सी. की तैयारी कर रहा था जिसमें वह सफल नहीं हो पाया, दिल्ली में ही अपने एक मित्र के माध्यम से उसे इस तरह की कार्य की जानकारी मिली जिस पर उसने अपनी पत्नि के साथ मिलकर यह कार्य प्रारंभ किया था। साथ ही आरोपियों ने पूछताछ में यह भी बताया कि वे अब तक 07 से 08 कंपनियों से इस कार्य के लिये संपर्क कर चुके थे जिसकी तस्दीकी की जा रही है। आरोपियों के विरूद्ध नकली नोट छापने व छापने का सामान उपयोग में लाने के लिये थाना न्यू राजेन्द्र नगर में अपराध दर्ज कर ज्यूडिशियल रिमाण्ड में जेल भेजा जा रहा है।
विदित हो कि देश में केंद्र सरकार की सबसे बड़े नोटबन्दी के फैसले के बाद 500 और 1000 रुपये के नकली नोट बन्द हो गए थे। जिससे नकली नोटों का कारोबार भी पूरी तरह खत्म हो गया था। नोटबंदी के फैसले से 500 एवं 1000 रूपये के नकली नोटों का कारोबार खत्म जरूर हुआ था, लेकिन आज राजधानी में जिस तरह से दो हजार रूपये के 5 हजार करोड़ के नकली नोट मिले है यह खबर जरूर छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में हड़कंप मचा देगा।
क्या 2 हजार रूपये के नोट लांच करने का फैसला सही था?- केन्द्र सरकार ने 500 एवं 1000 रूपये के नकली नोट बंद करके 2 हजार रूपये के नोट निकाले है। क्या यह फैसला आम जनता के लिए सहीं था? क्योंकि राजधानी में जिस तरह से 2 हजार रूपये के 5 करोड़ रूपये पकड़ाए है उसके बाद हम इससे भी इंकार नहीं कर सकते है कि देश में एक बड़ा गिरोह 2 हजार रूपये के नकली नोटों के कारोबार में लिप्त है। अगर यह सही है तो 2 हजार रूपये का नोट निकालने का फैसला कितना सही है हम 500 एवं 1000 रूपये के नकली नोट की तुलना करके लगा सकते है। क्योंकि पहले तो अगर किसी व्यक्ति को 500 या 1000 रूपये का एक नकली नोट मिलता था तो उसे कम झटका लगता था लेकिन अब अगर किसी व्यक्ति को 2 हजार रूपये का नकली नोट थमाया जाता है तो उसे बड़ा झटका लगेगा। यानी एक बार में सीधे 2 हजार रूपये चूना लगेगा जो कि एक गरीब व मीडियम वर्ग के लोगों के लिए बहुत बड़ी रकम है।
विधानसभा चुनाव में नोट खपाने की आशंका :
चूंकि विधानसभा चुनाव के बाद राजधानी में इतनी बड़ी तादात में नकली नोटों का भांडाफोड़ हुआ है इसलिए यह आशंका भी जतायी जा रही है कि नकली नोट के प्रिटिंग प्रेस से अब तक करोड़ों की नोट की छपाई हो चुकी है, जिसे चुनाव में खपाया जा चुका है। हालांकि पुलिस ने अपने खुलासे में नकली नोटों के बाजार में खपाये जाने की बात नहीं की है।
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