अंतरराष्ट्रीय उड़ानें कब शुरू होंगी, दूसरे देशों पर निर्भर करेगा: पुरी
नई दिल्ली,20 जून (आरएनएस)। दुनियाभर में कोरोना के कहर के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद हैं। भारत सरकार विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने के लिए सीमित संख्या में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित कर रही है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के शुरू होने की फिलहाल कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानें कब शुरू होंगी, दूसरे देशों पर निर्भर करेगा।
पुरी ने कहा, अभी किसी भी देश ने अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू नहीं की है। हम कब अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करेंगे यह दूसरे देशों पर निर्भर करेगा। जब वे अपने यहां अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को आने की अनुमति देंगे तो इन्हें शुरू कर दिया जाएगा। जब तक ऐसा नहीं होता है तब तक हमारे पास कोई विकल्प नहीं है। तब तक हम विदेशों में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी के लिए सीमित उड़ानें जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान विदेशों में फंसे 2,75,000 भारतीयों को विमानों और जहाजों के जरिये स्वदेश लाया गया है। एयर इंडिया के विनिवेश के बारे में उन्होंने कहा कि इस सरकारी विमानन कंपनी के बारे में आज उनकी उम्मीदें बहुत बढ़ गई हैं। एयर इंडिया वर्ल्ड क्लास एसेट है। चाहे वंदे भारत मिशन के तहत वुहान में फंसे भारतीयों को निकालने का मामला हो या कोई और, एयर इंडिया ने हमेशा अहम भूमिका निभाई है।
केस टु केस बेसिस पर उड़ानें
इस मौके पर नागरिक उड्डयन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू किया जाना है तो इसके लिए दोनों पक्षों की सहमति होनी चाहिए और ट्रैफिक भी होना चाहिए। भारत और उत्तर अमेरिका महाद्वीप के बीच अच्छा खासा ट्रैफिक है। हम केस टु केस बेसिस पर उड़ानें शुरू करने के बारे में विचार कर सकते हैं।
कोरोना का कहर
उल्लेखनीय है कि भारत ने कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए 22 मार्च को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद घरेलू उड़ानों पर भी रोक लगाई गई थी। कुछ सीमित रूटों पर घरेलू उड़ानों को 25 मई से इजाजत दे दी गई लेकिन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध जारी है। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 4 लाख के करीब पहुंच गई है।
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