प्रमुख बंदरगाहों पर माल ढुलाई में 5.31 प्रतिशत इजाफा
नई दिल्ली ,11 नवंबर (आरएनएस)। देश के 12 प्रमुख बंदरगाहों से माल ढुलाई अप्रैल-अक्टूबर के दौरान 5.31 प्रतिशत बढ़कर 40.33 करोड़ टन रही। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 38.30 करोड़ टन था। भारतीय बंदरगाह संघ (आईपीए) के आंकड़ों के अनुसार इस बढ़ोतरी की अहम वजह कोयला, कोकिंग कोल, कंटेनर और पेट्रोलियम, तेल एवं लुब्रिकेंट्स की माल ढुलाई बढऩा है।
समीक्षावधि में माल ढुलाई में सबसे अधिक वृद्धि कामराजार बंदरगाह (पूर्व में एन्नोर) पर देखी गई। यहां मालढुलाई 20.42 प्रतिशत बढ़ी। इसके बाद कोच्चि बंदरगाह पर मालढुलाई में वृद्धि 13 प्रतिशत, पारादीप बंदरगाह पर 11.22 प्रतिशत, कोलकाता बंदरगाह (हल्दिया समेत) पर 8.65 प्रतिशत, दीनदयाल बंदरगाह (पूर्व में कांडला बंदरगाह) पर 8.46 प्रतिशत रही। जवाहर लाल नेहरू पोर्ट (जेएनपीटी) पर मालढुलाई में रिकॉर्ड 6.93 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। इसके अलावा विशाखापत्तनम बंदरगाह पर 5.58 प्रतिशत, न्यू मंगलुरु पर 3.56 प्रतिशत और चेन्नई पर 3.11 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई।
समीक्षावधि में वीओ चिदंबरनार, मुंबई और मोरमुगांव बंदरगाह पर मालढुलाई में गिरावट देखने को मिली। मात्रा के हिसाब से सबसे अधिक माल संभालने वाला बंदरगाह दीनदयाल बंदरगाह रहा। यहां 6.84 करोड़ टन माल की आवाजाही हुई। इसी क्रम में 6.20 करोड़ टन की ढुलाई के साथ पारादीप बंदरगाह दूसरे और 4.05 करोड़ टन की ढुलाई के साथ जवाहर लाल नेहरू बंदरगाह तीसरे स्थान पर रहा। उल्लेखनीय है कि देश में 12 प्रमुख बंदरगाह का नियंत्रण केंद्र सरकार के पास है जबकि इसके अलावा 187 छोटे बंदरगाह है जो राज्य सरकारों के नियंत्रण में हैं। देश के 12 प्रमुख बंदरगाह दीनदयाल बंदरगाह, मुंबई बंदरगाह, जवाहर लाल नेहरू, मोरमुगांव बंदरगाह, न्यू मंगलुरु बंदरगाह, कोच्चि बंदरगाह, चेन्नई बंदरगाह, कामराजार बंदरगाह, वी ओ चिदंबरनार बंदरगाह, विशाखापत्तनम बंदरगाह, पारादीप बंदरगाह और कोलकाता बंदरगाह (हल्दिया समेत) हैं।
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