जिले से कुपोषण मिटाने के प्रयासों पर आईआईटी मुम्बई में कलेक्टर ने साझा किए अपने अनुभव
धमतरी, 18 सितम्बर (आरएनएस)। धमतरी जिले को कुपोषण मुक्त करने अथक प्रयास किया जा रहा है। कलेक्टर डॉ.सी.आर.प्रसन्ना आज इसी संबंध में आई.आई.टी. मुम्बई के सेंटर फॉर टेक्नॉलॉजी अल्टरनेटिव फॉर रूरल एरियाज़ (ष्टञ्ज्रक्र्र) में प्राध्यापक और विद्यार्थियों के बीच उद्बोधन देते हुए अपने अनुभव साझा किए। साथ ही ष्टञ्ज्रक्र्र से भविष्य में इसके लिए मिलने वाले तकनीकी सहयोग तथा इसके आधार पर बनाई जाने वाली कार्ययोजना के संबंध में चर्चा भी की। ज्ञात हो कि उन्हें आज 18 सितंबर को आई.आई.टी. मुम्बई द्वारा जिले में कुपोषण मुक्ति के लिए किए गए प्रयासों के संबंध में अपने अनुभव बांटने विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है।
इस अवसर पर कलेक्टर डॉ.प्रसन्ना ने जिले में बच्चों में कुपोषण मुक्ति के लिए पिछले दो सालों में किए गए चहुंमुखी प्रयासों को सबके साथ साझा किया। उन्होंने बताया कि आई.आई.टी. मुम्बई के सहयोग से वर्ष 2016 में एक सर्वे कराया गया, जिसमें कुपोषण की समस्या को पूर्ण रूप से समझने और खत्म करने के लिए इसकी वजह और अति कुपोषण वाले पॉकेट (स्थान) की पहचान की गई। इन परिणामों के आधार पर जि़ले में लगातार नियोजित कदम उठाए गए। कुपोषण मुक्ति की जड़ तक जाने की कोशिश में पाया गया कि, कुपोषण वास्तव में कोई बीमारी ना होकर एक संकेत है। इसमें सामाजिक-आर्थिक-भौगोलिक स्थिति, साक्षरता और जागरूकता का अभाव प्रमुख वजह है। यह महज बच्चों को पोषण आहार देकर दूर नहीं किया जा सकता। इसके लिए चहुंमुखी प्रयास की आवश्यकता जिले में महसूस की गई।