शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें – मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

समीक्षा बैठक- जांजगीर-चांपा

समीक्षा बैठक- जांजगीर-चांपा


अधिकारियों को मुख्यालय में अनिवार्य रूप से रहने के निर्देश दिए
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा- अधिकारी अपनी जिम्मेदारी के प्रति सजग होकर कार्य करें
कामों को लेकर पहुंचे कोई भी नागरिक कार्यालय से निराश न लौटें
मुख्यमंत्री ने जांजगीर में ली अधिकारियों की बैठक, दिए महत्वपूर्ण निर्देश

रायपुर, 12 नवम्बर (आरएनएस)।

मुख्यमंत्री ने जांजगीर में ली अधिकारियों की बैठक

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जांजगीर-चांपा विधानसभा में भेंट-मुलाकात के दूसरे दिन आज सर्किट हाउस जांजगीर में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने बैठक में कहा कि शिक्षा गुणवत्ता में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, कल ही शिकायत पर एक प्राचार्य पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई है,ऐसी स्थिति नही होनी चाहिए। स्कूलों में पढ़ाई अच्छे से होने चाहिए। शिक्षक समय से स्कूल पहुंचे और पूरे समय तक स्कूल में रहें। इसकी नियमित मॉनिटरिंग करें। अधिकारी इसका औचक निरीक्षण करें। जो शिक्षक बिना सूचना के अनुपस्थित है उस पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करें। शैक्षणिक गुणवत्ता सुनिश्चित करना प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए स्कूल्स को क्लस्टर में बांटकर विभिन्न गतिविधियां करवाई जाए। स्वामी आत्मानंद स्कूल का मुख्य उद्देश्य अंग्रेजी में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कराना है। उन्होंने शिक्षक की नियुक्ति पूरी करने के निर्देश दिए। नए खुले स्वामी आत्मानंद स्कूल में अगले शिक्षा सत्र से पूर्व इन्फ्रास्ट्रक्चर का सारा काम पूरा करें। सभी व्यवस्थाएं पूर्ण होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने जांजगीर में ली अधिकारियों की बैठक
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि दिसंबर तक सड़कों के मरम्मत और सुधार का काम करना है, पैच रिपेयर में गुणवत्ता का विशेष ध्यान दें। जिससे सड़कें लंबे समय तक चलें। सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए भी संयुक्त रूप से प्रयास किए जाएं। ब्लैक स्पॉट पर जरूरी व्यवस्थाएं की जाएं। उन्होंने कहा कि अधिकारी अच्छे से कार्य करें, जो जिम्मेदारी दी गई है उसका पूरा निर्वहन करें। शासकीय कार्यों को लेकर आने वाले किसान, आवेदक आएं तो समय से उनको उनका समाधान मिले। वे निराश होकर न जाएं। सभी अधिकारी कर्मचारियों को अपने मुख्यालय में अनिवार्य रूप से निवास करें।
उन्होंने कहा अधिकारियों से कहा कि जल जीवन मिशन में वर्क ऑर्डर पेंडिंग है उसकी स्वीकृति लेकर काम शुरू कराएं। काम के गुणवत्ता में समझौता नही करना है। नियमित निरीक्षण करें। यदि कार्य गुणवत्ता विहीन है तो काम निरस्त करें और ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करें। उन्होंने कहा कि गौठान के लिए स्वीकृत भूमि पर अतिक्रमण है तो उसे राजस्व विभाग समय सीमा निर्धारित कर अतिक्रमण मुक्त कराएं। गौठान में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का उद्देश्य ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना है। इसमें स्थानीय लोगों की रुचि, रॉ मैटेरियल और मार्केट की उपलब्धता के अनुसार कार्य करने हैं। गोबर से पेंट बनाने का कार्य किया जा सकता है। फॉरेस्ट गौठानो में भी वर्मी कंपोस्ट निर्माण के अतिरिक्त  अन्य आजीविका गतिविधियां संचालित करनी है। यहां मलबेरी उत्पादन का कार्य किया जा सकता है।पशुपालकों का पंजीयन गोधन न्याय योजना में बढ़ाया जाना है। इसके लिए वेटनरी विभाग को पंचायत विभाग से समन्वय कर पशुपालकों सर्वे कर पंजीयन करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बैठक में निर्देश दिए गए कि भूमिहीन कृषि श्रमिक न्याय योजना से कोई भी पात्र व्यक्ति वंचित न रहे। आश्रम छात्रावास के रेनोवेशन रख रखाव और साफ सफाई का विशेष ध्यान देना है। जिससे वहां रह रहे बच्चों को बेहतर माहौल मिल सके। राजीव युवा मितान क्लब में शामिल युवाओं को शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन से जोड़ा जाए। धान खरीदी की समीक्षा करते हुए कहा गया कि सारे मिलर्स के पंजीयन सुनिश्चित कराना है। धान का उठाव भी तेजी से करवाने के निर्देश। राशन कार्ड निर्माण के लिए कैंप लगाया जाए। पात्र हितग्राहियों को राशन कार्ड बनाना है। पेंशन योजनाओं से भी पात्र लोगों को लाभान्वित किया जाए। धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स में दवाओं की बिक्री बढ़ाए जाने के प्रयास किए करने के निर्देश दिए गए। जिससे लोगों को सस्ती दवा का लाभ मिले। डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना और मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना का व्यापक प्रचार प्रसार करना है जिससे लोगों को इसके बारे में पूरी जानकारी हो और वे इसका लाभ ले सकें।

मुख्यमंत्री ने जांजगीर में ली अधिकारियों की बैठक
मुख्यमंत्री द्वारा अधिकारियों से कहा गया कि सुपोषण अभियान के क्रियावनयन पर कहा गया कि गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए विशेष टारगेटेड अप्रोच के साथ काम करना होगा। उनके लिए प्रति सप्ताह का डाइट प्लान तैयार कर उसके पोषण आहार दें। उनकी नियमित मॉनिटरिंग करनी है। जिससे वे जल्द कुपोषण के कुचक्र से बाहर निकल सके। महिलाओं विशेष कर जो गर्भवती हैं उनकी नियमित एनीमिया की जांच की जाए। एनिमिक मिलने पर उनका समुचित उपचार भी सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में मुख्यमंत्री के विशेष सचिव श्री एस भारतीदासन, संभागायुक्त बिलासपुर डॉ संजय अलंग, आईजी बिलासपुर श्री रतन लाल डांगी, कलेक्टर श्री तारण प्रकाश सिन्हा, पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल सहित विभागों के जिलाधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।

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