भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वेच्छा अनुदान से दो लाख देने की घोषणा की
रायपुर 15 सितंबर (आरएनएस)। मुस्कान को भी क्या मालूम था कि एक दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री उनके घर के आसपास आएंगे और उनका जो सपना है उसे पूरा कर देंगे ? बीएससी गणित की पढ़ाई पूरी करने के बाद रिसर्च करने का ख्वाब संजोए मुस्कान अपने इरादे घर में इसलिए भी जाहिर नहीं कर पाती थी कि पढ़ने और बाहर जाने के लिए लाखों रुपए कहा से आएंगे ? क्योंकि एक छोटा सा किराना दुकान से घर का खर्च चलता है,फिर छोटे भाई-बहन भी तो है। अपनी ख़्वाहिशों को दबाए हुए मुस्कान खुद भी घरवालों की मदद के लिए ट्यूशन पढ़ाती थी। आज जब मुस्कान ने सुना कि घर के पास मुख्यमंत्री आने वाले हैं और वे लोगों से मिलते भी हैं तो यह सोचकर चली आई कि पता नहीं मिल पाऊंगी या नहीं, उम्मीदें पूरी होंगी या नहीं! यहाँ जब मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मुस्कान की व्यथा और इच्छा जानी,सुनी तो मिनटों में उनकी मिन्नतों को पूरा कर दिया।
धरमजयगढ़ की धरा पर भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के जरिए आए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री बघेल को छात्रा मुस्कान अग्रवाल ने जब अपनी व्यथा बताई कि वह गरीब परिवार से है और बीएससी की पढ़ाई पूरी कर चुकी है, अब आगे रिसर्च के फील्ड में जाना चाहती है। बैंगलोर में जाकर पढ़ाई करने चाहती है। इसके लिए कोचिंग करना जरूरी है, लेकिन वह सक्षम नहीं है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने छात्रा की बातों को ध्यान से सुना और कहा बताओ कितना चाहिए? छात्रा मुस्कान ने स्टीमेट नहीं बनाने की बात बताई तो मुख्यमंत्री ने मजाकिया लहजे में कहा कि आप एक मुख्यमंत्री से बिना स्टीमेट के बातें कर रहे हो तो मैं कैसे आपको राशि दे पाऊंगा। पल भर के लिए शांत होकर चुप्पी साधने वाली मुस्कान की मुस्कुराहटों को देखकर मुख्यमंत्री ने उन्हें आवेदन देने की बात कहते हुए तुरंत ही स्वेच्छानुदान से दो लाख रुपए देने को घोषणा कर दी। मुख्यमंत्री की इस घोषणा पर वहाँ उपस्थित महिलाओं सहित लोगों ने तालियां बजाकर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
धरमजयगढ़ की मुस्कान अग्रवाल ने बताया कि वह घर में पैसे की कमी को देखते हुए किसी को अपनी इच्छा बता नहीं पाती थी। कई बार उसने बाहर पढ़ने जाने का प्लान भी बदल दिया था। आज पल भर में मुख्यमंत्री से मुलाकात और मांग पूरी होने पर छात्रा मुस्कान ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए धन्यवाद भी ज्ञापित किया।