श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 19 को
हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैयालाल की…उद्घोष के साथ दही हांडी प्रतियोगिता का आयोजन
रायपुर, 18 अगस्त (आरएनएस)। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी के अवसर पर भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव शहर में धूमधाम से मनाया जाएगा। इस बार जन्माष्टमी 19 अगस्त शुक्रवार को पड़ रही है। पौराणिक कथा के अनुसार मथुरा की जेल में बंद माता देवकी ने घनघोर वर्षा के बीच भगवान श्रीकृष्ण को रात्रि 12 बजे जन्मा था। कंस की जेल में माता देवकी ने इससे पूर्व जन्मी सात बच्चियों की हत्या कंस ने करवाई थी किंतु जब भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ तो कंस के जेल के पहरेदार गहरी नींदमें सुला दिये गये और कंस को कानोंकान खबर नहीं हुई कि उनका वध करने वाला जन्म ले चुका है। नंदगांव से उफनती यमुना में बांस की टोकरी में भगवान श्रीकृष्ण को लेकर नंद बाबा नंदगांव पहुंचे जहां पर माता यशोदा ने उत्सव का आयोजन कर भगवान श्रीकृष्ण को अपनी गोद में लेकर उत्सव का आनंद लिया। भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का कवि सूरदास ने वर्णन करते हुए अपने काव्य में लिखा है कि उनके जन्म के समय सारी सृष्टि में आनंद उत्सव की लहर फैल गई तब से लेकर आज तक कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर शहर में एवं प्रदेश देश में जेल की झांकी बनाकर भगवान का जन्मोत्सव श्रद्धालु मनाते हैं। शहर में सदर बाजार स्थित गोपाल मंदिर, जवाहर नगर स्थित श्रीकृष्ण मंदिर, ब्राम्हणपारा स्थित सोहागा मंदिर, इस्कान एवं समता कालोनी में श्याम खाटू मंदिर सहित प्रदेश भर में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियां प्रारंभ हो गई है।
मिली जानकारी के अनुसार जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। उक्त अवसर पर शहर के गोपालयों में भजन कीर्तन का भी आयोजन किया गया है। ब्राम्हणपारा स्थित सुहागा मंदिर में रात साढ़े आठ बजे से 19 अगस्त को भजन कीर्तन का आयोजन पद्म श्री मदन चौहान गुरुजी के नेतृत्व में किया गया है। शहर के प्राचीनतम आयोजन स्थल गुढिय़ारी एवं रावण भाठा मैदान में दही हांडी लूट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है शहर के अन्य स्थानों में भी दही हांडी प्रतियोगिता का आयोजन गोविंदा आला रे की धुन पर धूमधाम से मनाने का किया गया है।