कार्टून कला को जीवित रखना हम सबकी जिम्मेदारी : डॉ. सिंह
रायपुर, 13 अगस्त (आरएनएस)। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कल यहां काटूर्न फेस्टिवल में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर काटूर्न कला में उल्लेखनीय योगदान के लिए देश के प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट विष्णु पांडुरंग आकुलवार और मनोज कुरील को जीवन गौरव सम्मान से सम्मानित किया।
कार्टून फेस्टिवल को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि कार्टून ऐसी कला है जो समाज को जगाने का काम करती है। उन्होंने कहा कि आज इस विलुप्त हो रही कार्टून विधा को जीवित रखने के लिए हम सब की कोशिश होनी चाहिए। कार्टून वॉच पत्रिका ने इस विधा को जीवित रखने के लिए सतत और सार्थक प्रयास कर रही है वह सराहनीय है। इस पत्रिका ने वर्ष 2003 से देश के ख्यातिनाम कार्टूनिस्टों को सम्मानित करने की परम्परा शुरू की, वह आज तक जारी है यह एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि विष्णु पांडुरंग और मनोज कुरील ने अपने कार्टूनों के जरिए देश में एक विशिष्ट पहचान बनाई है। कार्टून फेस्टिवल में वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव ने कहा कि कार्टून किसी भी अखबार की आत्मा के समान है। समाज को जगाए रखने मे कार्टून के माध्यम से चुटीले व्यंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस अवसर पर डॉ. हिमांशु द्विवेदी और कार्टूनवॉच पत्रिका के संस्थापक मृत्युंजय शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्टूनवॉच पत्रिका द्वारा आयोजित कार्टून फेस्टिवल में मुख्यमंत्री डॉ.सिंह ने कार्टूनिस्ट विष्णु पांडुरंग आकुलवार और मनोज कुरील के साथ कार्टून भी बनाया। इस मौके पर नूतन कला संगम के लगभग 70 युवा कलाकारों ने हिस्सा लिया और विभिन्न विषयों पर कार्टून बनाया। इन कलाकरों में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले अनिल प्रधान, गौरव चंद्राकर और गोपाल दास को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। समारोह में छत्तीसगढ़ कृषि एवं बीज विकास निगम के अध्यक्ष श्याम बैस, कार्टून वॉच पत्रिका के सम्पादक त्रैयम्बक शर्मा, साहित्यकार रमेन्द्रनाथ मिश्र सहित अनेक साहित्यकार पत्रकार एवं कार्टून कला से जुड़े अनेक विशिष्टजन उपस्थित थे।