रायपुर 29 अक्टूबर  (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव ने कहा है कि प्रदेश में एग्रो टूरिज्म की बहुत संभावनाएं है। राज्य के आदिवासियों ने प्रकृति और संस्कृति को बचाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है जिससे राज्य की लोक कला एवं संस्कृति को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने इस आशय के विचार आज राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के अवसर पर आयोजित परिचर्चा में व्यक्त किए। परिचर्चा राज्य में पर्यटन और खान-पान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। पर्यटन मंडल के अध्यक्ष श्री श्रीवास्तव ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में 7 हजार गौठान बनाकर ग्रामीण व्यवस्था को मजबूत करने की योजना बनाई है। जमीन से जुड़ी इस योजना में महिला स्व-सहायता समूह आजीविका से जुड़े व्यवसाय को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि हस्तकला के विभिन्न उत्पाद को प्रोत्साहित कर एग्रो टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की दूरदर्शी सोच के अनुरूप गौठान के माध्यम से विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों का संचालन किया जाएगा। परिचर्चा में अन्य वक्ताओं ने विचार व्यक्त किया कि फ्रांस और मोरक्कों में खानपान एवं संस्कृति को बढ़ावा देने से वहां पर्यटन व्यवसाय काफी प्रभावी है। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ में भी यहां की संस्कृति और खानपान को बढ़ावा देकर पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। इसके लिए रेस्टोरेंट संचालकों को सरकार के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है। गढ़ कलेवा एवं छत्तीसगढ़ी व्यंजन के साथ ही डिजिटल बिजनेस, पर्यटकों की सुविधा के लिए अधोसंरचना का विकास और पर्यटन स्थलों तक पहंुच मार्ग को सुलभ बनाएं जाने की आवश्यकता बताई गई।