रायपुर, 11 अक्टूबर (आरएनएस)। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने आज राजधानी स्थित नीर भवन में जल जीवन मिशन के कार्यों के राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक ली। बैठक में मंत्री रूद्रकुमार को अधिकारियों ने जिलेवार योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। जिस पर मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पिछली विभागीय समीक्षा बैठक में इस संदर्भ में स्पष्ट निर्देश दिए गए थे जिसका कोई भी प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है। विभागीय अधिकारी अपनी कार्यशैली में बदलाव लाएं अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों को स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति कराना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव  सुब्रत साहू ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत संचालित कार्यों की अद्यतन स्थित को लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव श्री साहू ने कहा कि विगत समीक्षा बैठक के दौरान रेट्रोफिटिंग योजना की प्रशासकीय स्वीकृति लेने संबंधी कार्यों को 5 अक्टूबर तक शत-प्रतिशत पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया गया था। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में इसका क्रियान्वयन संतोषप्रद नहीं है और योजना का कार्य धीमी गति से चल रहा है। वहां के नोडल अधिकारियों की भविष्य में सख्त कार्यवाही करते हुए दो वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश अधिकारियों को दिए। अपर मुख्य सचिव श्री साहू ने अधिकारियों को जल जीवन मिशन के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की जानकारी को भारत सरकार की विभागीय वेबसाईट में नियमित रूप से दर्ज करने के भी सख्त निर्देश अधिकारियों को दिए। जल जीवन मिशन के कार्यों को निर्धारित समय-सीमा से पहले पूर्ण कराने के भी निर्देश दिए। बैठक के दौरान मिशन संचालक एस. प्रकाश ने बताया कि गरियाबंद जिले में संचालित जल जीवन मिशन के कार्यों का बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है। वहीं महासमुंद और जशपुर जिले में संचालित कार्यों की धीमी गति को लेकर उन्होंने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की।