स्वर सप्तक ने स्व. खुमान साव की स्मृति में रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी
रायपुर, 07 सितंबर (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ के लोक संगीतकार एवं गायक स्व. खुमान साव अपनी स्वर लहरी से न केवल प्रदेश के श्रोताओं अपितु देश विदेश में लोक रंग और संस्कृति से ओतप्रोत छत्तीसगढ़ी गीतों की प्रस्तुति देकर गीत संगीत की दुनिया में अहम किरदार निभाया। आज भी जब लोक संस्कृति एवं लोक गीत की बात होती है तब सहसा स्व. खुमान साव का नाम लोगों की जुबान पर आता है। कलाकारों की दुनिया में जहां उन्होंने नये कलाकारों को संगीत की समझ दी वहीं उनकी स्वर लहरी को उनकी पुण्यतिथि पर स्वर सप्तक के कलाकारों ने रंगारंग कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। छत्तीसगढ़ की लोकसंस्कृति एवं परंपराओं के निर्वहन के लिए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कार्यक्रम के प्रारंभ में स्व. खुमान साव को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके द्वारा संगीत के क्षेत्र में की गई अमूल्य सेवाओं को स्मरण करते हुए नये कलाकारों को उनके पदचिन्हों पर चलकर छत्तीसगढ़ की संस्कृति को देश विदेश में अपने गीत संगीत के माध्यम से फैलाने का आग्रह उपस्थित कलाकारों से किया।
स्वर सप्तक संस्था द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें कार्यक्रम का संचालन अरविंद मिश्रा ने किया वही संयोजक की भूमिका उदय दास द्वारा निभाई गई कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए सुमित दास ने बताया कि खुमान साव व लक्ष्मण मस्तुरिया द्वारा गाए गीतों वर्तमान कलाकारों द्वारा बड़ी अच्छी तरीके से पेश की गई जिसे सुनकर विस अध्यक्ष भी अभिभूत हो गए जिन कलाकारों ने गानों की प्रस्तुति दी उनमें सुरेंद्र मानिकपुरी ,अनुराधा ठाकुर, ओम प्रकाश, दिनेश वर्मा ,राजीव केसरी ,शिवानी ,गरिमा जैन, रितेश केसरवानी ,दीक्षा एवं दीपिका शामिल थी। सबके दिल को छूने वाला जो गाना था वह मोर संग चलो रे रहा वही कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे विस अध्यक्ष चरण दास महंत एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि अंतिम पंक्ति के उभरते सब कलाकारों को अनुदान राशि दी जाएगी ताकि वे छत्तीसगढ़ की संस्कृति को आगे बढ़ा सके और प्रदेश का नाम रोशन कर आज छत्तीसगढ़ की अपनी एक पहचान बन चुकी है जहां छत्तीसगढिय़ा कलाकारों को एक नया मंच मिल चुका है छत्तीसगढ़ के कलाकार किसी से कम नहीं है उनको बस हौसले की जरूरत है उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ की संस्कृति को और बढ़ावा दिया जाएगा कोरोना काल के चलते आयोजनों पर रोक लगी हुई है लेकिन आने वाले समय में कार्यक्रमों का आयोजन कराया जाएगा जिसमें यहां के कलाकारों बढ़ावा दिया जाएगा।