कांग्रेस विधायक अनिता शर्मा ने अधिकारी अशोक चतुर्वेदी के खिलाफ सोनिया गांधी को लिखा शिकायत पत्र

0-पत्र में अशोक चतुर्वेदी पर भाजपा के कार्यकाल में भारी भ्रष्टाचार करने का लगाया आरोप

0-पत्र में अशोक चतुर्वेदी पर भाजपा के कार्यकाल में भारी भ्रष्टाचार करने का लगाया आरोप

0-कहा-भ्रष्टाचारी में डूबे अधिकारी को कांग्रेस सरकार में प्रभावशाली पद पर बिठाना उचित नहीं, कांग्रेस की लोकप्रियता पर पड़ रहा असर

0-उक्त अधिकारी के पूर्व एवं वर्तमान कृत्यों की गहन जांच कराने एवं उनके विरूद्ध समुचित कार्यवाही कराये जाने की मांग की

रायपुर, 02 अप्रैल (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ के धरसींवा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक श्रीमती अनिता योगेन्द्र शर्मा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व महाप्रबंधक और विवादित अधिकारी डॉ.अशोक चतुर्वेदी को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के संचालक का प्रभार सौंपे जाने का कड़ा विरोध किया है। साथ ही यह भी कहा कि पूर्व भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार में डूबे अधिकारी को कांग्रेस सरकार में प्रभावशाली पद पर बिठाना उचित नहीं। इससे कांग्रेस की लोकप्रियता पर असर पड़ रहा है। भारत निर्वाचन आयोग ने मौजूदा मिशन संचालक कुमार लाल चौहान की निर्वाचन ड्यूटी लगाई है, लिहाजा उनकी वापसी तक यह अस्थायी प्रभार की जिम्मेदारी अशोक चतुर्वेदी को सौंपी गई है। इस संबंध में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आदेश जारी किया है।  इस आदेश की जानकारी होने पर सत्तारूढ़ दल कांग्रेस की विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने उन पर भ्रष्टाचार सहित कई गंभीर आरोप लगाते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को शिकायत पत्र भेजा है। शिकायत पत्र में कांग्रेस विधायक ने कहा है कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार में डूबे डॉ. अशोक चतुर्वेदी जैसे अधिकारी को कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भी महत्वपूर्ण और प्रभावशाली पद पर पदस्थ किया जाना प्रदेश की जनता में चर्चा का विषय बना हुआ है। इससे न केवल प्रदेश सरकार की बल्कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की भी छवि खराब हो रही है जिसका सीधा असर कांग्रेस की लोकप्रियता पर पड़ रहा है। इससे कांग्रेस का जमीनी कार्यकर्ताओं में वेदना उत्पन्न हुई है। कांग्रेस विधायक ने चतुर्वेदी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि अपने आप को बचाने के लिए भाजपा के उच्च पदासीन लोगों एवं अधिकारियों से अपने संपर्कों का लाभ उठाते हुए उन्होंने पाठ्य पुस्तक निगम में साल 2015 से 2019 के बीच कागज खरीदी, स्वेच्छानुदान, विविध मुद्रण से जुड़े मामलों में अपने ही विभाग के खिलाफ  सीबीआई जांच की मांग कर दी। उन्होंने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि अशोक चतुर्वेदी ने छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट में कई याचिकाएं दायर कर रखी है। पाठ्य पुस्तक निगम में हुए भ्रष्टाचार के मामले में तत्कालीन अध्यक्ष और भाजपा विधायक देवजीभाई पटेल इंटरवीनर बन गए हैं। उस समय श्री चतुर्वेदी धरसींवा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी थे। श्री पटेल ने श्री चतुर्वेदी को महाप्रबंधक बनाने के लिए शासन के नियमों को भी दरकिनार कर दिया था।  कांग्रेस विधायक अनिला शर्मा ने अंत में कांग्रेस अध्यक्षा से अनुरोध किया है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए डा. अशोक चतुर्वेदी के पूर्व एवं वर्तमान कृत्यों की गहन जांच कराने एवं उनके विरूद्ध समुचित कार्यवाही कराने तथा उन्हें संरक्षण व सहायता देने वाले लोगों की पहचान किया जाए ताकि कांग्रेस के जनाधार एवं लोकप्रियता की रक्षा की जा सके। ०००

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