शिक्षाकर्मी वर्ग-3 के शिक्षाकर्मियों ने की समानुपातिक वेतन की मांग
रायपुर, 17 जून (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ के शिक्षाकर्मियों के संविलियन के निर्णय के बाद आज शिक्षाकर्मी वर्ग-3 ने एक बैठक कर समानुपातिक वेतन देने की मांग की है। इसके साथ ही प्रदेश में वर्ग-3 के शिक्षाकर्मियों की संख्या 1.20 लाख है। ऐसे में संविलियन का पूरा लाभ वर्ग-3 को नहीं मिल रहा है। ज्ञात हो कि संविलियन की घोषणा के बाद ही यह तय हो गया था कि 8 वर्ष की सेवा अवधि वालों को ही संविलियन का लाभ मिलेगा। इसके अलावा 10 साल की सेवा करने वाले शिक्षाकर्मियों को प्राचार्य, प्रधान पाठक, व्याख्याता आदि पदों पर पदोन्नति दी जाएगी। इस निर्णय के बाद से ही शिक्षाकर्मी वर्र्ग-3 के लाखों शिक्षाकर्मी मायूस हो गए थे। शिक्षाकर्मी वर्ग-3 का कहना है कि राज्य में 1 लाख 20 हजार शिक्षाकर्मी वर्ग-3 से हैं। वर्ग-3 के अधिकांश शिक्षकों को इस संविलियन का लाभ नहीं मिल पा रहा है, संविलियन के लिए सभी शिक्षाकर्मियों को पात्र किया जाए। ज्ञात हो कि कल सोमवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक में संविलियन पर अंतिम मुहर लगनी है। 8 साल की सेवा अवधि पूरा करने वाले प्रदेश के शिक्षाकर्मी एक जुलाई 2018 से शिक्षा विभाग में शामिल कर लिए जाएंगे।