रायपुर, 12 जनवरी (आरएनएस)।  मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने आज जामुल में जलप्रदाय आवर्धन योजना का शुभारंभ किया इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र वासियों को बधाई दी। 23 करोड़ 46 लाख 30 हजार की लागत से बनी इस योजना से क्षेत्र के 60 हजार ज्यादा लोगों को फायदा पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्रवासियों को लंबे समय से इसकी प्रतीक्षा थी। उन्होंने कहा कि मै उम्मीद करता हूं कि क्षेत्र की माताएं एवं बहनें आज इस जलप्रदाय योजना की शुरूआत से काफी खुश होंगी, क्योंकि पानी से  महिलाओं का सीधा जुड़ाव होता है। अब हर घर में पानी की सुविधा हो जाने से महिलाओं को सहूलियत हो जाएगी। उन्होंने जामुल में महाविद्यालय भवन की स्थापना के लिए शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अहिवारा को तहसील बनाने की घोषणा की। उन्होंने 49 करोड़ रूपए की लागत से जामुल से अहिवारा रोड तथा 14 करोड़ रुपए की लागत से जामुल-सुरडुंग रोड के जल्द निर्माण की भी बात कही। उन्होंने कहा कि बजट के लिए इसकी स्वीकृति मिल चुकी है, जल्द ही निर्माण शुरू हो जाएगा। उन्होंने सुरडुंग जलाशय के जीर्णोद्धार के लिए एक करोड़ रुपए की राशि देने की घोषणा की। जनसमुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की प्राथमिकता है हर व्यक्ति का विकास और इस उददेश्य की प्राप्ति के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परंपरा को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमने प्रदेश में कुपोषण को दूर करने के लिए कारगर कदम उठाए हैं। पिछले एक साल में 77000 बच्चे सुपोषित हुए हैं। हमारा मानना है कि माताओं और बच्चों की सेहत अच्छी होगी, तब ही राज्य का विकास होगा। उन्होंने पंडित नेहरू के कथन को दोहराते हुए कहा कि जिस प्रकार भारत देश केवल उसकी भूमि से नहीं बना, बल्कि उसमें रहने वाले लोगों से बना है। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ प्रदेश केवल 28 जिलों की सीमा रेखाओं को जोड़ने से नहीं बना, बल्कि छत्तीसगढ़वासियों से बना है। इसलिए छत्तीसगढ़ के एक-एक नागरिक का विकास हो यही हमारी प्राथमिकता है।