स्वर्ण मंदिर में किसानों के लिए की गई खास अरदास
0- मामला किसान आंदोलन का , अगले प्रस्ताव का इंतजार
नई दिल्ली ,10 दिसंबर (आरएनएस)। देश की राजधानी की सीमाओं पर बैठे किसानों का आंदोलन 15वें दिन भी जारी है। वहीं दूसरी तरफ पंजाब के हरमंदिर साहिब में अमृतसर में आंदोलन कर रहे किसानों के लिए अरदास की गई। केंद्र सरकार ने जो 19 पन्नों के प्रस्ताव भेजे थे उन सभी प्रस्तावों को किसानों ने खारिज कर दिया है। किसान तीनों कानूनों को रद्द करने से पहले अपना आंदोलन वापस लेने को तैयार नहीं हैं।हालांकि वह सरकार के अगले प्रस्ताव का इंतजार जरूर कर रहे हैं। आंदोलन के अगले चरण में किसान 12 दिसंबर को देश भर के सभी टोल प्लाजा को फ्री (पर्ची मुक्त) कर देंगे। वहीं, 14 दिसंबर को देश के सभी जिलों में किसानों ने धरना प्रदर्शन का फैसला लिया है।
किसान आंदोलन के चलते आज सिंघु, औचंदी, पियाऊ मनियारी और मंगेश बॉर्डर आज पूरी तरह से बंद हैं। एनएच 44 भी बंद है। इन रास्तों पर जाने की बजाय लामपुर, साफियाबाद, सबोली और सिंघु स्कूल टोल टैक्स बॉर्डर का इस्तेमाल कर रहे हैं। मुकरबा और जीटी करनाल रोड से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। इसके साथ ही लोगों तो आउटर रिंग रोड, जीटी करनाल रोड और एनएच 44 पर न जाने की सलाह भी दी गई है। टिकरी और धांसा बॉर्डर भी आज पूरी तरह से बंद है। वहीं झटीकरा बॉर्डर सिर्फ दो पहिया वाहन और पैदल राहगीरों के लिए खुला हुआ है।
इस धरने के बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता मनजीत सिंह ने कहा कि सरकार की मंशा किसान आंदोलन को कमजोर करने की है लेकिन अब ज्यादा से ज्यादा किसान दिल्ली आकर इस आंदोलन में शामिल हो रहे हैं।
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