रायपुर का ऑक्सी रीडिंग जोन नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालयों की याद दिलाता है: डॉ. रमन सिंह

रायपुर, 02 जून (आरएनएस)। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि राजधानी रायपुर में नालंदा परिसर के रूप में लोकार्पित ऑक्सी रीडिंग जोन छत्तीसगढ़ में अध्ययन का एक ऐसा सुन्दर केन्द्र है, जिसे देखकर प्राचीन भारत के नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालयों के वैभव की याद आती है। डॉ. सिंह ने आज रात यहां राजधानी रायपुर के जी.ई.रोड पर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एन.आई.टी.) के पास निर्मित नालंदा परिसर का लोकार्पण कर युवाओं को विश्व स्तरीय सुविधाआंे से युक्त शैक्षणिक परिसर की सौगात दी। मुख्यमंत्री ने समारोह में कहा-दुनिया में रायपुर जैसा नालंदा परिसर जैसा अनूठा शैक्षणिक परिसर और ऑक्सी रीडिंग जोन देखने को नही मिलेगा। यहां युवाओं को सर्दी, गर्मी और ठण्ड हर मौसम में प्रकृति के अनुकूल और प्रकृति के सानिध्य में पढ़ने की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह आज शाम
मुख्यमंत्री इस अवसर पर आरएफ आईडी कार्ड से प्रवेश कर इसका औपचारिक शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने नालंदा परिसर में इंडोर अध्ययन के लिए बनाए गए यूथ टॉवर और आउटडोर कैम्पस का भम्रण कर इसकी सराहना की। उन्होंने नालंदा परिसर की कल्पना और बेहतरीन तथा अदभूत निर्माण के लिए जिला कलेक्टर श्री ओ.पी.चौधरी सहित जिला खनिज न्यास और स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सभी सदस्यों को बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि नालंदा परिसर जैसा कार्य पीढि़यों का निर्माण करता है। यह छत्तीसगढ़ के युवाओं के सुनहरे भविष्य निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा। रायपुर को स्मार्ट सिटी बनने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम साबित होगा । उन्होेंने कहा कि मैंने देश और विदेश में बहुत से विश्वविद्यालय के कैम्पस देखा है परंतु नालंदा परिसर का कैम्पस अपने आप में अदभूत है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सांसद श्री रमेश बैस ने कहा कि रायपुर शहर अब देश का एक एजुकेशन हब के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर रहा है। इसमें नालंदा परिसर का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज रायपुर बदल रहा है अब यहां के बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए बाहर जाने की जरूरत नही है मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने नेतृत्व में यहीं पर ही उन्हें वर्ल्ड क्लास की शिक्षा सुविधाएं मुहैया हो रही है। कलेक्टर श्री ओ.पी.चौधरी ने नालंदा परिसर के बारे में बताया कि राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के युवाओं को संघ और राज्य लोक सेवा आयोग सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयुक्त संसाधन और वातावरण मुहैया कराकर उनके चयन के अवसर बढ़ाने के लिए 6 एकड़ क्षेत्र में करीब 18 करोड़ की लागत से वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से युक्त नालंदा परिसर का निर्माण किया गया है। इसमें जिला खनिज न्यास निधि से 15.21 करोड़ रूपए तथा छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल से 2.44 करोड़ की राशि प्रदान कर रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा यह विकास कार्य संपादित किया गया है। यह 24 घण्टे और सातों दिन संचालित होगा। इसमें पढ़ने के लिए इंडोर और आउटडोर रीडिंग की व्यवस्था की गई है। जिसमें एक ही समय पर 1000 लोग अध्ययन कर सकेंगे। यहां लाइब्रेरी के लिए 1.5 करोड़ रूपए की लागत से विभिन्न विषयों की 50 हजार पुस्तकों की खरीदी की गई है। इसी तरह 112 हाइटेक कम्प्यूटर की ई-लाईब्रेरी 100 एमबीपीएस स्पीड की लीजलाईन बनायी गई है ताकि युवा आसानी से ऑनलाईन पढ़ाई कर सकें। पूरे परिसर को फ्री वाई-फाई जोन के रूप में विकसित किया गया है। यहां 24 घण्टें विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था की गई है। पूरे परिसर में सीसीटीव्ही कैमरे, सुरक्षा गार्ड के साथ ही सदस्यों के प्रवेश के लिए आरएफ आईडी कार्ड की व्यवस्था की गई है।

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