कोरोना से देश में हुई एक लाख से ज्यादा की मौत

0-कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 64.76 लाख के पार
नई दिल्ली,03 अक्टूबर (आरएनएस)। भारत में पिछले 24 घंटे में 1066 लोगों की कोरोना संक्रमण से हुई मौत के साथ शनिवार की शाम करीब छह बजे तक देश में कोरोना वायरस से हुई मौतों की संख्या एक लाख के आंकड़े को पार कर गई है। वहीं पिछले 24 घंटे में 77 हजार से ज्यादा नए कोरोना मरीजों के बाद देश में कुल संक्रमितों की संख्या 64.76 लाख के पार पहुंच गई है। वहीं देश में कोरोना को मात देकर ठीक होने वालों की गति तेजी के साथ बढ़ रही है, जिसमें कुल संक्रमितों में से 54.27 लाख से ज्यादा मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में शाम छह बजे तक कोरोना वायरस के नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं। वहीं इस दौरान वायरस से होने वाली मौतों की संख्या 1,066 रही है। अब तक देश में इस वायरस से 64,76,953 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें सक्रिय मामलों की संख्या 9,47,705 है। जबकि 54,27,421 मरीजों ने वायरस को मात दी है और इलाज के बाद अस्पताल से घर लौटे हैं। इस वायरस के संक्रमण से देश अब तक 1,00,903 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। मृतकों की संख्या को एक लाख पार करने वाला भारत तीसरा देश बन गया है। भारत से आगे अमेरिका में 2,12,000 और ब्राजील में 1,44,000 लोगों की मौत हुई है।
कोरोना से ठीक होने के मामले में भारत दुनिया में सबसे आगे
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि भारत में वैश्विक स्तर पर सबसे ज्यादा कोरोना रिकवरी हुई है और दुनिया में कोरोना से रिकवर हुए कुल मरीजों की 21 फीसदी संख्या भारत में है। वहीं भारत की दुनिया के कुल कोरोना केस में हिस्सेदारी 18.6 फीसदी है। भारत में प्रति 10 लाख की आबादी पर कोरोना से होने वाली मौत दुनिया में सबसे कम है। मंत्रालय ने कहा कि कोरोना से होने वाली मौत का वैश्विक औसत प्रति 10 लाख की आबादी पर 130 है, जबकि भारत में प्रति 10 लाख की आबादी पर 73 मौतें हुई हैं। पिछले 24 घंटे में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 74,301 रही। वहीं अभी तक कुल 54,27,421 मरीजों ने कोरोना को मात दी है। इस तरह देश में राष्ट्रीय रिकवरी रेट बढ़कर 83.84 फीसदी हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटे में रिकवर हुए 74.36 फीसदी मरीज केवल 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से हैं। महाराष्ट्र में सबसे अधिक संख्या में मरीज कोरोना से उबरे हैं, इसके बाद आंध्र प्रदेश और कर्नाटक है। वैश्विक स्तर पर सीएफआर 2.97 प्रतिशत है, जबकि भारत में यह 1.56 प्रतिशत है। मंत्रालय के अनुसार भारत उन देशों में शामिल है, जहां प्रति 10 लाख जनसंख्या में कोविड-19 से मरने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है। प्रति 10 लाख की जनसंख्या पर वैश्विक औसत (कोविड-19 से मरने वाले मरीजों की) 130 है, जबकि भारत में प्रति 10 लाख लोगों में से 73 लोगों की इस महामारी से मौत हुई है।
सितंबर से हर रोज हुई सबसे ज्यादा मौतें
मंत्रालय के अनुसार सितंबर के पहले सप्ताह के बाद से भारत में हर रोज कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या दुनियाभर में सबसे अधिक रही। पिछले कुछ सप्ताह में औसतन 1,065 लोगों ने कोरोना के चलते भारत में अपनी जान गंवाई। वहीं, इस दौरान अमेरिका में यह संख्या 755 और ब्राजील में 713 रही। मसलन भारत कोरोना मृतकों की वैश्विक सूची में योगदान देने वाला सबसे बड़ा देश रहा। पिछले एक हफ्ते में दुनिया में कोरोना से हर पांच में से एक मौत (19 फीसदी) भारत में हुई है। कोविड-19 के कारण भारत में पहली मौत कर्नाटक में 12 मार्च को हुई थी, जिसके बाद मृतकों की संख्या को 1 लाख के पार पहुंचने में 204 दिनों का वक्त लगा। यदि भारत की मृत्यु को 25,000 मौतों के चार चरणों में विभाजित कर दिया जाता है, तो मृतकों की संख्या का हर चरण पहले वाले की तुलना में कम होता जाता है। कोरोना मृतकों की संख्या को 25 हजार होने में 127 दिन (16 जुलाई) लगे। मृतकों की संख्या को 50 हजार पहुंचने में 30 दिन (15 अगस्त) लगे। वहीं भारत में कोरोना मृतकों की संख्या को 75 हजार पहुंचने में 25 दिन (9 सितंबर) लगे। दूसरी तरफ भारत में 1 लाख मृतकों की संख्या मात्र 23 दिन में ही पार हो गई।
40 जिले सर्वाधिक प्रभावित
कोरोना वायरस से होने वाली पहली मौत से लेकर अब तक 200 दिनों में मौतों का आंकड़ा एक लाख के पार चला गया है। मौजूदा समय में देश के 734 जिलों में से 717 जिले ऐसे हैं, जहां कोरोना से कम से कम मौत हुई है। जबकि 40 जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, जहां 40 फीसदी से भी ज्यादा मौतें हुई हैं।
अमेरिका और ब्राजील के बाद केवल भारत ही है, जहां इतनी संख्या में कोरोना वायरस से मौतें हुई हैं। देश में हुई कुल मौतों में से 37 फीसदी मौतें अकेले महाराष्ट्र राज्य में हुई हैं। वहीं बिहार और उत्तर प्रदेश में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा तुलनात्मक तौर पर कम है।
ग्रामीण जिलों में दिखा बेहतर प्रदर्शन
कोविड-19 का असर सबसे पहले महानगरों में देखने को मिला लेकन धीरे-धीरे अब इस वायरस का कहर ग्रामीण इलाकों में देखने को मिल रहा है। देश के 584 जिले जो ज्यादातर ग्रामीण या पूरे तरह से ग्रामीण घोषित किए गए हैं, वहां कोरोना वायरस से कुल 49 फीसदी मामले हैं और 38 फीसदी मौतें हुई हैं। वहीं देश के पूर्ण तरीके से शहरी और ज्यादातर शहरी इलाकों में कोरोना के 36 फीसदी मामले हैं लेकिन मौत का आंकड़ा 47 फीसदी है।

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