कांकेर पत्रकार मामला, प्रेस क्लब ने झाड़ा पल्ला
0- प्रदेश के अधिकांश पत्रकार नहीं होंगे शामिल
रायपुर, 01 OCTOBER (आरएनएस)। रायपुर पे्रस क्लब ने दो अक्टूबर को कांकेर में पत्रकार के साथ हुई मारपीट के मामलें में आयोजित मुख्यमंत्री निवास के तथाकथित घेराव को समर्थन देने से इंकार कर दिया है। प्रेस क्लब से जारी सूचना में प्रेस क्लब अध्यक्ष ने समर्थन देने वाली बात को दुष्प्रचार बताया है।
ज्ञात हो कि कुछ दिनों पहले कांकेर में पत्रकार कमल शुक्ला के साथ कुछ लोगों द्वारा मारपीट की गई थी जिसका विडियो वायरल होने के बाद प्रशासन एक्शन में आया तथा तत्काल मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी हालांकि आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया गया था। इसी मामलें को लेकर पत्रकार कमल शुक्ला ने दो अक्टूबर को अपने कुछ सहयोगियों के साथ मुख्यमंत्री निवास के घेराव की अपील की है। इधर उक्त अपील पर प्रदेश भर के पत्रकारों में दो फाड़ देखने को मिल रहा है। प्रदेश के चुनिंदा पत्रकार ही कमल शुक्ला के घेराव का समर्थन कर रहे है वहीं ज्यादातर पत्रकारों ने घेराव को समर्थन देने से इंकार कर दिया है। यह भी उल्लेखनीय है कि प्रदेश के कुछ चिन्हित पत्रकार है जिनके साथ ही अक्सर विवाद उत्पन्न होता रहता है जबकि प्रदेश में हजारों की संख्या में पत्रकार मौजूद है जिनके साथ किसी प्रकार का विवाद नही होता। इस मामलें को लेकर प्रदेश के कई वरिष्ठ पत्रकारों ने पहले की किनारा कर लिया है। अब रायपुर प्रेस क्लब ने भी मुख्यमंत्री निवास के तथाकथित घेराव कोई समर्थन नहीं देने के लिए सूचना जारी कर दिया है। प्रेस क्लब से जारी सूचना में प्रेस क्लब अध्यक्ष ने कहा है कि पत्रकार उत्पीडऩ के हर मामले में रायपुर प्रेस क्लब उचित स्तर पर समाधान की पहल करता है। कांकेर के मामले में भी रायपुर प्रेस क्लब ने मुख्यमंत्री के सम्मुख वस्तुस्थिति रखते हुए प्रदेश के सभी पत्रकारों के हित में उचित पहल करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने पत्रकार हित में हर संभव सहयोग दिया है और अपेक्षा है कि शीघ्र ही पत्रकार सुरक्षा कानून भी लागू होगा। रायपुर प्रेस क्लब के कथित पदाधिकारी की हैसियत से मुख्यमंत्री निवास के घेराव का दुष्प्रचार करने की रायपुर प्रेस क्लब निंदा करता है और सभी सदस्यों से अपील है कि वह पत्रकार हित के नाम पर किसी भी गैर जरूरी गतिविधि का हिस्सा बनने से बचें।
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