तीन तलाक कानून पर मुस्लिम महिलाओं से संवाद की योजना
0-अनुच्छेद 370 खत्म होने का एक साल
0-देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित करेगी भाजपा
0-पार्टी नेतृत्व ने राज्य इकाईयों को दिया निर्देश
नई दिल्ली, 24 जुलाई (आरएनएस)। अनुच्छेद 370 खत्म होने और तीन तलाक विधेयक के कानूनी जामा पहनने के एक वर्ष पूरा होने पर भाजपा देश भर में कई कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। पार्टी नेतृत्व ने राज्य इकाईयों को 28 जुलाई से तीन अगस्त तक वर्चुअल रैलियां सहित अन्य कार्यक्रम करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर भी एक वर्चुअल रैली करेगी। गौरतलब है कि बीते साल पांच अगस्त को न सिर्फ अनुच्छेद 370 खत्म हुआ था, बल्कि जम्मू-कश्मीर दो केंद्रशासित प्रदेशों में तब्दील हो गया था।
भाजपा महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी पत्र में राज्य इकाईयों से कहा गया है कि सभी बड़े राज्य एक-एक रैली, पांच-पांच वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से लोगों से संपर्क साधें। बुद्घिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और समाज की विभिन्न हस्तियों से बातचीत करें। जिला स्तर पर 50-50 खास लोगों के समूहों से जुड़ें। जबकि तीन अगस्त को राज्यों की राजधानियों में प्रेस कांफ्रेंस करें। इस दौरान लोगों से केंद्र सरकार की उपलब्धियों और विकास कार्यों की चर्चा का भी निर्देश दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख पर नजर
इस संबंध में पार्टी ने केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए अलग योजना बनाई है। दोनों राज्यों में पांच अगस्त को कई तरह के कार्यक्रम किए जाएंगे। इस दौरान जम्मू, श्रीनगर और लद्दाख में पार्टी केराष्ट्रीय स्तर का एक नेता मौजूद रहेगा। इन राज्यों में होने वाले कार्यक्रमों में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हुए विकास कार्यों के अलावा अन्य उपलब्धियों की चर्चा की जाएगी।
तीन तलाक पर अलग कार्यक्रम
पार्टी ने बीते साल एक अगस्त को तीन तलाक को दंडनीय अपराध बनाने वाले बिल ने कानूनी जामा पहना था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसी दिन मुस्लिम महिला विवाह-अधिकार संरक्षण बिल को मंजूरी दी थी। पार्टी ने अपनी महिला शाखा और अल्पसंख्यक मोर्चा से 28 जुलाई से तीन अगस्त के बीच मुस्लिम महिलाओं ने व्यापक स्तर पर संवाद के लिए कहा है। राज्य इकाईयों को कम से कम एक सौ मुस्लिम बौद्घिक महिलाओं से संवाद करने का निर्देश दिया है।
भूमि पूजन केकारण बदला कार्यक्रम
भाजपा की योजना पहले 30 जुलाई से 5 अगस्त तक कार्यक्रम करने की थी। इसी बीच राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की तिथि पांच अगस्त को निर्धारित हुई। इस कारण पार्टी ने अपने कार्यक्रम में बदलाव किया। गौरतलब है कि पांच अगस्त को अयोध्या में हो रहे भूमि पूजन में खुद प्रधानमंत्री सहित सरकार के कई वरिष्ठï मंत्री और वरिष्ठï नेता मौजूद रहेंगे।
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