उत्तरप्रदेश बन गया है अपराध प्रदेश : सुरजेवाला
नई दिल्ली ,10 जुलाई (आरएनएस)। अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा शासन में ‘उत्तर प्रदेशÓ अब ‘अपराध प्रदेशÓ बन गया है। संगठित अपराध, नाज़ायज़ हथियार, हत्या, बलात्कार, डकैती, अपहरण, महिला अपराध इनका चारों ओर बोलबाला है। ऐसा प्रतीत होता है कि कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश में अपराधियों की ‘दासीÓ और अपराधों की ‘बंधकÓ बन गई है।
अपराध के लगभग हर पायदान पर उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है – चाहे पूरे देश के अवैध हथियारों के 57 प्रतिशत मामले अकेले उत्तर प्रदेश में हों (हर घंटे 26 मामले), चाहे महिला अपराधों के 59,445 मामलें के साथ उत्तर प्रदेश पहले पायदान पर हो (समेत रोज 12 बलात्कारों के), या फिर गुंडाराज और संगठित अपराध की चौतरफा आवाज। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से 3 जुलाई, 2020 को यूपी पुलिस के एक डीएसपी सहित आठ जवानों की हत्या हुई, उसने पूरे देश के रोंगटे खड़े कर दिए, आदित्यनाथ सरकार में गुंडाराज के बोलबाले को उजागर कर दिया।
इस गोलाबारी और हत्याकांड का आरोपी विकास दुबे बड़े आराम से उत्तर प्रदेश पुलिस को चकमा दे फरार हो गया। फिर हरियाणा के फरीदाबाद से होते हुए 1,000 किलोमीटर दूर उज्जैन (मध्यप्रदेश) तक सड़क मार्ग से पहुंच गया। पर न कोई रोक टोक हुई, न शिनाख्त और न धड़पकड़। यह इसके बावजूद कि हर टेलीविजऩ चैनल और अखबार के पन्नों पर विकास दुबे की फोटो दिखाई जा रही थी व छप रही थी। फिर अपनी मर्जी से चिल्ला चिल्लाकर, शिनाख्त कर उज्जैन के महाकाल मंदिर में गिरफ्तारी दे दी और आज विकास दुबे की पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने की खबर भी आ गई।
उनका कहना है, कि क्या ये एक अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर की बजाए सफेद पोशों और राजनैतिक व्यक्तियों और आला अफसरों से उनके राज को दबाने के लिए सच का एनकाउंटर है? तो ऐसे में विकास दुबे जो संगठित अपराध का मोहरा था, पर सरगना कोई और है, उन सरगना के चेहरे उजागर हों, हमारे 8 बहादुर पुलिस कर्मियों को न्याय कैसे मिलेगा?
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की मांग है और कांग्रेस की महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी ने थोडी देर पहले सार्वजनिक तौर से ये मांग रखी है कि विकास दुबे के सरगनाओं को बेनकाब कर ही 8 शहीद पुलिस कर्मियों और उनके परिवारों को न्याय मिल सकता है तथा उत्तर प्रदेश में जो अपराध प्रदेश बन गया है, संगठित अपराध पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
आदरणीय आदित्यनाथ जी संवैधानिक मर्यादाओं की आतिशबाजी आज हुई है। मैं फिर दोहराता हूं, आज संवैधानिक मर्यादाओं की आतिशबाजी हुई है और कानून व्यवस्था का होलिका दहन हुआ है। आज जिम्मेदारी आप पर है। इसलिए हमारी मांग है कि विकास दुबे एनकाउंटर के साथ-साछ संगठित अपराध विकास दुबे सफेद पोशों, राजनेताओं, चोला धारियों, आला अफसरों और सब वो लोग जो इस संगठित अपराध के राज से जुड़े हैं, उन्हें बेनकाब करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के एक सीटिंग जज से इस पूरे मामले की जांच हो, समेत उन सारे राजदारों के, जो इस राज को दफन करने में लगे हैं। यह मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ जी व देश के गृहमंत्री श्री अमित शाह के लिए भी कसौटी की घड़ी है कि क्या वो सफेद पोशों व शासन में बैठे लोगों के अपराधियों के साथ गठजोड़ को उजागर करने की हिम्मत दिखाएंगे? यही राजधर्म के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का इम्तिहान भी है, यही राजधर्म की प्रति आदित्यनाथ और देश के गृहमंत्री अमित शाह की प्रतिबद्धता का इम्तिहान भी है।
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