गृहमंत्रालय की अनुमति के बाद यूजीसी ने जारी की गाइडलाइंस
0-सितंबर के अंत तक होंगी फाइनल ईयर की परीक्षाएं
नई दिल्ली,07 जुलाई (आरएनएस)। विश्वविद्यालयों में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं सितंबर के अंत तक आयोजित होंगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सोमवार को इस बारे में घोषणा की। कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर जुलाई के लिए निर्धारित कार्यक्रम को टाल दिया गया है।
यूजीसी के इस फैसले की जानकारी खुद केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल ने मंगलवार को दी। इससे कुछ देर पहले ही भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने विश्वविद्यालय को परीक्षाएं कराने की अनुमति दी थी। यूजीसी के गाइडलाइंस के अनुसार विश्वविद्यालयों और शैक्षिक संस्थानों में स्नातक और परास्नातक की फाइनल ईयर की परीक्षाएं सितंबर 2020 तक आयोजित की जाएंगी। परीक्षाएं आयोजन करवाने को लेकर विश्वविद्यालय और संस्थानों के साथ-साथ छात्रों को भी कोरोनावायरस से बचाव के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइंस को भी पालन करना होगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से जारी संशोधित दिशा-निर्देशों के मुताबिक, सिंतबर में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं दे पाने में असमर्थ छात्रों को एक और मौका मिलेगा और विश्वविद्यालय जब उचित होगा तब विशेष परीक्षाएं आयोजित करेंगे। मंत्रालय का यह निर्णय केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से हरी झंडी दिए जाने के बाद आया है जिसमें उसने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा तय मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत परीक्षाएं आयोजित करने की मंजूरी दी थी। इस घोषणा के बाद कोविड-19 हालात के मद्देनजर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं रद्द होने की अटकलों पर विराम लग गया है।
इससे पहले यह परीक्षाएं जुलाई में आयोजित होना तय की गई थीं। यूजीसी के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, विश्वविद्यालय अथवा संस्थान द्वारा अंतिम वर्ष की परीक्षाएं ऑनलाइन, ऑफलाइन या दोनों माध्यमों से सितंबर अंत तक आयोजित की जाएंगी। गाइडलाइंस को जारी करते हुए एचआरडी मंत्री निशंक ने कहा कि परीक्षाओं से संबंधित अपनी पहले की गाइडलाइंस को यूजीसी ने रिवाइज्ड किया है। काफी सलाह मशविरा के बाद ही छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए नई गाइडलाइंस को जारी की गई है। उन्होंने यह भी कहा सरकार किसी भी कीमत पर कोरोनावायरस का असर छात्रों के कैरियर पर नहीं पडऩे देना चाहती।
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