15 अगस्त के बाद खुलेंगे स्कूल-कॉलेज

0-मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का ऐलान
नई दिल्ली,07 जून (आरएनएस)। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के हफ्तों के भ्रम के बाद कहा है कि स्कूलों और कॉलेजों को अगस्त 2020 के बाद फिर से खोला जाएगा। संभवत: 15 अगस्त 2020 के बाद शैक्षणिक संस्थान खुल जाएं। डॉ. रमेश पोखरियाल ने एक इंटरव्यू में यह बात कही है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त तक सभी परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने की कोशिश कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इस संबंध में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एचआरडी मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को स्कूल पुन: खोलने की योजना पर पत्र लिखा था। इस बात की जानकारी उन्होंने कल ट्वीट के माध्यम से दी थी। उन्होंने अपने पत्र में लिखा था कि समय आ गया है कि कोरोना के सहअस्तित्व को स्वीकार करते हुए देश में स्कूलों की भूमिका नए सिरे से तय की जाए। इसी के साथ उन्होंने लिखा कि स्कूलों को साहसिक भूमिका के लिए तैयार नहीं किया गया तो यह हमारी ऐतिहासिक भूल होगी, स्कूलों की भूमिका पाठ्यपुस्तकों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि बच्चों को जिम्मेदार जीवन जीने के लिए तैयार करने की होगी।
सरकार स्कूल खोलने की कर रही तैयारियां
देशभर में विद्यालय कैसे और कब खोले जाएं इसको लेकर विभिन्न राज्य सरकार व केंद्र सरकार अपनी ओर से तैयारियां कर रही हैं। इस बीच देश के सबसे बड़े ऑनलाइन विद्यालय चलाने वाले लीड स्कूल ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को अपनी सिफारिशें भेजी हैं। मंत्रालय को यह सिफारिशें एक विशेष हैंडबुक के जरिए दी गई हैं। भारत सरकार द्वारा जारी किए गए सोशल डिस्टेंसिंग नियम बनाए रखने के बारे में ध्यान में रखते इस संस्था ने एक विशेष हैंडबुक तैयार की है। यह विद्यालयों को उनकी आवश्यक गतिविधियों को चलाने में मदद करेगा। विद्यालयों की परिवहन सुविधाएं कक्षाओं में बैठने की व्यवस्था, ऑफलाइन-ऑनलाइन शिक्षा, शैक्षणिक वर्ष का नियोजन और कक्षाओं के बाहर की जाने वाली गतिविधियां आदि को इसमें शामिल किया गया है। स्वास्थ्य और सफाई के साथ ही विद्यालयों, शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों की जिम्मेदारियों पर भी इसमें ध्यान दिया गया है। हैंडबुक को 15 राज्यों में 800 से ज्यादा विद्यालयों में वितरित किया गया है। इनमें भारत भर के बड़े, मध्यम एवं छोटे शहरों के विद्यालय शामिल हैं जिनमें 3 लाख से भी ज्यादा छात्र अध्ययनरत हैं।
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