राहुल ने लॉकडाउन को पूरी तरह से फेल बताया
0-प्रधानमंत्री से पूछी आगे की रणनीति
नई दिल्ली,26 मई (आरएनएस)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में चार चरणों में लगाए गए लॉकडाउन के विफल रहने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि आगे कोरोना संकट से निपटने और जरूरतमंदों को मदद देने की उनकी रणनीति क्या है?
देश में जारी लॉकडाउन के बीच मंगलवार को चौथी बार कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से बातचीत की। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि लॉकडाउन पूरी तरह से फेल हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उम्मीद थी कि कोरोना 21 दिन में नियंत्रित हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने अपनी पुरानी मांग दोहराते हुए यह भी कहा कि गरीबों और मजदूरों को 7500 रूपये की मदद दी जाए और राज्य सरकारों को केंद्र की तरफ से पूरी मदद मिले। राहुल ने कहा कि लॉकडाउन को 60 दिन हो चुके हैं और संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। भारत उन देशों में से है जहां कोरोना के मामले सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री और उनके दिशा-निर्देश स्टाफ से यह उम्मीद नहीं की थी कि ऐसा होगा। उन्होंने कहा कि कुछ सप्ताह पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि हम 21 दिनों में कोविड को पराजित कर देंगे। यह उनकी उम्मीद थी। लेकिन आज मामले लगातार बढ़ रहे हैं। चार चरण के लॉकडाउन हो गए और 60 दिन हो गए। भारत पहला देश है जो बीमारी के बढऩे पर लॉकडाउन हटा रहा है। यह स्पष्ट है कि भारत का लॉकडाउन विफल हुआ हैं। जो लक्ष्य मोदी जी का था, वह पूरा नहीं हुआ है।
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि अब उनकी रणनीति क्या है? लॉकडाउन को आप किस तरह से देखते हैं? गरीबों, मजदूरों और एमएसएमई की कैसे मदद करेंगे? राहुल गांधी ने कहा, हम कांग्रेस शासित राज्यों में गरीबों और किसानों को पैसे दे रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार की ओर से उचित मदद के बिना राज्य अपना कामकाज नहीं कर सकते। राहुल ने चीन और नेपाल के साथ सीमा विवाद को लेकर भी सरकार को घेरा। राहुल ने कहा कि सीमा विवाद पर सरकार का रुख साफ नहीं है और उसे देश को बताना चाहिए कि सच क्या है, नेपाल में क्या हुआ, ऐसा क्यों हो रहा है? लद्दाख में क्या हो रहा है? इन मामलों में पारदर्शिता होनी चाहिए। हमें मालूम होना चाहिए कि क्या हो रहा है।
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